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PM मोदी की तस्वीर देख मालदीव के मंत्रियों के पेट में दर्द क्यों उठा? जहर उगलकर अपना नुकसान करा लिया

Maldives Boycott News: पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लक्षद्वीप गए थे. बाद में उन्होंने वहां की कुछ तस्वीरें शेयर कीं तो मालदीव के कुछ मंत्री जहर उगलने लगे. सोशल मीडिया पर बवाल हो गया. भारत ने आपत्ति जताई और कई हस्तियों ने गुस्सा जाहिर किया. मालदीव ने ऐक्शन भी लिया लेकिन तब तक नुकसान होना शुरू हो चुका था. 

PM मोदी की तस्वीर देख मालदीव के मंत्रियों के पेट में दर्द क्यों उठा? जहर उगलकर अपना नुकसान करा लिया
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Anurag Mishra|Updated: Jan 08, 2024, 07:08 AM IST

Maldives Ministers On PM Modi Lakshadweep Visit: मालदीव के मंत्रियों ने शायद भारत देखा ही नहीं है. उन्होंने दिल्ली के प्रदूषण की खबरें पढ़ी होंगी या मुंबई में बारिश की. जब भारतीय पर्यटक परिवार के साथ वहां छुट्टियां बिताने जाते तो उन्हें लगता होगा कि भारत में हमारे जैसा खूबसूरत बीच और द्वीप नहीं है? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले दिनों जब लक्षद्वीप की तस्वीरें शेयर कीं तो मालदीव के कुछ मंत्रियों को मिर्ची लग गई. उन्हें लगा कि शायद भारत ने झटपट बीच बना लिया और अब उनका टूरिज्म वाला मुनाफा खत्म होने जा रहा है. वे भारत के प्रधानमंत्री पर उल्टे-सीधे आरोप लगाने लगे. वे भूल गए कि पीने के पानी की कमी हो या उनके देश में तख्तापलट का खतरा, भारत हमेशा एक अच्छे पड़ोसी की तरह पहले मदद लेकर दौड़ा है. उसके प्रधानमंत्री के खिलाफ अनाप-शनाप बोलकर उन्होंने खुद अपने देश के लोगों का अहित कर दिया है. अब तो नुकसान शुरू भी हो चुका है. एक्स पर #DekhoApnaDesh #IncredibleIndia ट्रेंड कर रहा है. नीचे तस्वीर देखिए. 

मालदीव के तीन मंत्री और...

पहले पूरा मामला समझ लीजिए. दरअसल, मालदीव के तीन उप-मंत्रियों ने मोदी की लक्षद्वीप यात्रा के बाद सोशल मीडिया पर उनकी आलोचना की. उन्होंने आरोप लगाया कि भारत इस केंद्रशासित प्रदेश को मालदीव के वैकल्पिक पर्यटन स्थल के रूप में पेश करने की कोशिश कर रहा है। माले में भारतीय उच्चायोग ने आपत्ति जताई तो फौरन मालदीव की सरकार को अपने तीनों मिनिस्टरों- मालशा शरीफ, मरियम शिउना और अब्दुल्ला माजिद को सस्पेंड करना पड़ा. मालदीव की सरकार ने विवादित बयानों को व्यक्तिगत बताते हुए दूरी भी बना ली. यह बयान कितना बेतुका है, भारतीय पीएम अपने भूभाग पर जाते हैं तो किसी दूसरे देश का नुकसान कैसे हो गया?

भारतीय संस्कृति में ही यह रचा बसा है. यहां के लोग किसी के खिलाफ नहीं सोचते और जहर उगलने वाले को छोड़ते भी नहीं. हुआ भी कुछ ऐसा ही. सोशल मीडिया 'एक्स' पर ताबड़तोड़ ट्वीट आने लगे. ऐक्टर सलमान खान, अक्षय कुमार और महान क्रिकेट खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर जैसी मशहूर हस्तियों ने लोगों से भारत के खूबसूरत द्वीपों की यात्रा करने की अपील की. क्रिकेटर हार्दिक पंड्या, पूर्व खिलाड़ी वेंकटेश प्रसाद, वीरेंद्र सहवाग जैसे कई जाने माने चेहरों ने मालदीव के मंत्रियों को खूब सुनाया. सामान्य रूप से भारत के लोग मीडिया में मालदीव घूमते हुए फिल्मी सितारों की तस्वीरें देखते रहे हैं. सोशल मीडिया पर भी भारतीय सितारे वहां छुट्टी मनाते हुए तस्वीरें शेयर करते हैं. इससे मालदीव के टूरिज्म को फायदा होता है. अब लक्षद्वीप की तस्वीरें आने लगीं तब तो मालदीव को तगड़ा झटका लगना तय है.

मालदीव ने गलती सुधारी लेकिन...

मालदीव ने फौरन गलती तो सुधार ली लेकिन जरा सोचिए जिस देश की अर्थव्यवस्था टूरिज्म पर टिकी हो और उसका पड़ोसी 142 करोड़ की जनता हो वह ऐसी गलती कैसे कर सकता है. अगर भारतीय सितारों ने मालदीव जाना बंद कर दिया तो क्या होगा? 

विवाद ही सही, मालदीव के लोगों को इसी बहाने भारत के बारे में थोड़ा जान-समझ लेना चाहिए. भारत के पास गोवा वाला बीच, मुंबई और विशाल दक्षिणी तट ही नहीं, अंडमान निकोबार द्वीप समूह और लक्षद्वीप जैसी खूबसूरत जगहें भी हैं जहां भारतीय वो सब महसूस कर सकते हैं जो मालदीव जाकर मिलता है. फिर भी अगर भारतीय उनके देश घूमने जाते हैं तो भारत को कोई दिक्कत नहीं लेकिन इस तरह से प्रधानमंत्री के खिलाफ जहर उगलकर मालदीव को फायदा नहीं होना वाला है. 

मालदीव के मंत्रियों को नेपाल और श्रीलंका जैसे पड़ोसी देशों से ही नहीं, अपने ही लोगों से यह समझना चाहिए कि भारत जैसा पड़ोसी नसीब से मिलता है. पूर्व राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने फौरन अपने मंत्रियों की आलोचना करते हुए कहा कि भारत हमेशा से मालदीव का अच्छा दोस्त रहा है, हमें दोनों देशों के बीच सदियों पुरानी दोस्ती पर नकारात्मक प्रभाव नहीं डालने देना चाहिए. एक पूर्व मंत्री ने एक लाइन में अपने देश के लोगों को आगाह करते हुए कहा कि अगर भारतीयों ने मालदीव का बहिष्कार किया तो हमारी अर्थव्यवस्था पर काफी बुरा असर पड़ सकता है. 

2022 में करीब ढाई लाख भारतीय पर्यटक मालदीव पहुंचे थे. पिछले साल भी करीब दो लाख से ज्यादा पर्यटक इस द्वीपीय देश में घूमने गए थे. 

चीन निकले राष्ट्रपति और...

हां, यह विवाद ऐसे समय शुरू हुआ जब मालदीव के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद मुइज्जू आज से एक हफ्ते की चीन यात्रा पर जा रहे हैं. 'एंटी-इंडिया' रुख के साथ सत्ता में आए मुइज्जू अपने पूर्व राष्ट्रपतियों से इतर पहली विदेश यात्रा पर तुर्की गए जबकि वहां के राष्ट्रपति पहले भारत आया करते थे. यहां तक भी ठीक था. अब वह भारत को नजरअंदाज कर चीन निकल गए हैं. 

कहां है मालदीव

दुनिया के मैप को घुमाइए और भारत के दक्षिण से पश्चिम दिशा में नजर दौड़ाइए. यह छोटा सा मुल्क हिंद महासागर क्षेत्र में भारत के प्रमुख समुद्री पड़ोसियों में से एक है. वहां की मौजूदा सरकार ने भले ही भारत के खिलाफ कुछ फैसले लिए हों पर पिछली सरकारों में बेहतर संबंध रहे हैं. नए राष्ट्रपति मुइज्जू को चीन का करीबी माना जा रहा है. 

आखिर में यह जान लीजिए कि पीएम मोदी ने लक्षद्वीप की तस्वीरें शेयर करते हुए सिर्फ इतना लिखा था- जो लोग रोमांचकारी अनुभव चाहते हैं, लक्षद्वीप उनकी लिस्ट में जरूर होना चाहिए. मेरे प्रवास के दौरान मैंने स्नॉर्कलिंग (पानी के भीतर तैराकी) की भी कोशिश की. यह शानदार अनुभव था. ऐसे में साफ है कि मालदीव के मंत्रियों के पेट में दर्द क्यों हो गया. 

अब नुकसान तो उठाना होगा

  • EaseMyTrip ने मालदीव के लिए सभी फ्लाइट बुकिंग सस्पेंड करने की घोषणा की है.
  • इसकी जगह ऑनलाइन ट्रवेल सॉल्यूशंस प्रोवाइडर ने लक्षद्वीप घुमाने का कैंपेन शुरू किया है. 
  • मालदीव में घूमने जा रहे कई लोगों ने फ्लाइट और होटल बुकिंग कैंसल करना शुरू कर दिया है. वे सोशल मीडिया पर पोस्ट भी कर रहे हैं. 
  • #BoycottMaldives सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है. आगे मालदीव को और नुकसान उठाना पड़ सकता है
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