आषाढ़ महीने के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के दिन गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया जाता है.
गुरु पूर्णिमा पर भक्त अपने-अपने अध्यात्मिक गुरुओं की पूजा-अर्चना करते हैं.
खास बात यह है कि इस गुरु पूर्णिमा के दिन ही सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है.
इस योग में किए गए शुभ कार्य को करना शुभ माना जाता है, जो सफल सिद्ध होते हैं.
पं. सच्चिदानंद त्रिपाठी के मुताबिक, गुरु पूर्णिमा तिथि 20 जुलाई के दिन शाम 05 बजकर 59 मिनट से शुरू होगी.
यह गुरु पूर्णिमा तिथि अगले दिन 21 जुलाई रविवार को दोपहर 03 बजकर 46 मिनट पर समाप्त होगी.
सर्वार्थ सिद्धि योग गुरु पूर्णिमा के दिन सुबह से लेकर रात तक रहेगा.
गुरु पूर्णिमा पर्व पर आप चाहें तो देव गुरु बृहस्पति की भी पूजा कर सकते हैं. वे देवताओं के गुरु हैं.
कुंडली में गुरु के मजबूत होने से शिक्षा प्राप्त करने में कठिनाई नहीं होती है.