Vidisha News: विदिशा। गंजबासौदा क्षेत्र के लाल पठार में कुआं धसने से एक बड़ी घटना हुई थी जिसमें 11 लोगों की मौत हो गई थी. वह कुआ जालियों से ढका हुआ था. लेकिन, कमजोर जालियां होने के कारण इतनी बड़ी घटना लाल पठार में हो गई थी. इस ही तरह विदिशा के पीपलधार गांव में शासकीय बालिका छात्रावास के बिल्कुल सामने एक कुआ है जो की बहुत ही कमजोर जालियों से ढका हुआ है और फिर से लाल पठार जैसी घटना को निमंत्रण दे रहा है.
छात्रावास और स्कूली बच्चों पर खतरा
पीपलधार गांव में शासकीय बालिका छात्रावास में लगभग 100 बालिकाएं निवास करती हैं. साथ ही कुएं के आसपास गांव का शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल भी है जहां पर प्रतिदिन हजारों की संख्या में छात्र छात्राएं आते जाते हैं. अब ऐसे में यदि बासौदा के लाल पठार जैसी घटना पीपलधार गांव में होती है तो इसके लिए कौन जिम्मेदार होगा
अधिकारी कर रहे हैं लीपापोती
कुएं का पानी उपयोग में नहीं आता और देखने से लगता है कि उस कुएं में काफी पानी भरा है. विदिशा कलेक्टर के भी सख्त आदेश हैं कि ऐसे कुएं जो उपयोग में नहीं आ रहे हैं उन्हें पूर्ण रूप से बंद कर दिया जाए. वरिष्ठ अधिकारियों की अवहेलना करते हुए छोटे अधिकारी केवल लीपा पोती में ही लगे हैंय पीपल्दार गांव में जिस कुएं की लीपापोती की गई है उसके ऊपर जो जाली लगाई गई है वह इतनी कमजोर है कि थोड़ी बहुत वजन से ही टूट सकती है.
कभी भी हो सकती है बड़ी घटना
छात्रावास और स्कूल होने के कारण बच्चे भी खेलते रहते हैं. यदि खेलते समय किसी बच्चे की गेंद या खेलने का कोई अन्य सामान कुएं की जाली पर जाकर गिर जाए और कोई बच्चा उसे उठाने जाली के ऊपर चढ़ जाए तो फिर बड़ी घटना हो सकती है. ऐसे में अब देखने वाली बात होगी यह कुआं कब बंद होता है या फिर यहां पर किसी बड़ी घटना का इंतजार हैं.
शिक्षा अधिकारी ने कही ये बात
इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी गोविंद प्रसाद राठी का कहना है कि मुझे आपके द्वारा मामला संज्ञान में लाया गया है. जल्द ही मैं उस क्षेत्र के संकुल प्राचार्य और ब्लॉक शिक्षा अधिकारी को भेज कर जानकारी प्राप्त करता हूं और स्थानीय लोगों की सहायता से तत्काल उसे बंद कराया जाएगा ताकि भविष्य में कोई दुर्घटना ना हो सके.