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vidisha fake lokayukta: MP में 'स्पेशल 26' की कहानी! बैंक मैनेजर के घर छापा, ऐसे पकड़ाई पूरी टीम

fake police case: विदिशा में फर्जी लोकायुक्त की टीम ने हाईकोर्ट लिखी गाड़ी से बैंक मैनेजर के घर छापा मारा. इसके बाद जब बैंक मैनेजर ने जब नोटिस मांग तो उन्होंने फर्जी कागज दिखाकर रिश्वत की बात करने लगे. संदेह होने के बाद बैंक मैनेजर ने इसकी जानकारी आस-पास के लोगों को दी. जिसके बाद दो आरोपियों को पकड़ लिया गया है.

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vidisha fake lokayukta: MP में  'स्पेशल 26' की कहानी! बैंक मैनेजर के घर छापा, ऐसे पकड़ाई पूरी टीम
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Shubham Tiwari|Updated: Feb 11, 2023, 05:48 PM IST

दीपेश शाह/विदिशाः मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में बदमाशों के हौसले लगातार बुलंद होते जा रहे हैं. विदिशा में नकली लोकायुक्त अधिकारी (Fake Lokayukta Officer) ने टीम बनाकर बैंक मैनेजर (bank manager) के घर पहुंच कर आय से ज्यादा संपत्ति का कहकर कारर्वाई की बात की. जब बैंक मैनेजर ने आनन-फानन में उनसे कहा कि आप नोटिस बताइए तो उन्होंने नोटिस का एक कागज दिखाकर उनसे रुपयों की पेशकश की और मामला रफा-दफा करने का आश्वासन दिया. जब बैंक मैनेजर ने इसकी जानकारी आस-पास के लोगों और रिश्तेदारों को दी तो सभी उनके घर पहुंचने लगे. तभी नकली लोकायुक्त की टीम बनाकर पहुंचे आरोपी भागने लगे.

दो गिरफ्तार एक फरार
दरअसल शुक्रवार शाम 7 बजे विदिशा जिले के गंजबासौदा में नकली लोकायुक्त पुलिस की टीम बनकर नागरिक बैंक के मैनेजर हरिओम भावसार के घर पहुंच कर उनसे आय से ज्यादा संपत्ति का कहकर उन पर कार्रवाई की बात की गई. लेकिन बैंक मैनेजर की सूझबूझ उस समय काम आई जब उन्होंने अपने मिलने वालो और रिश्तेदारों को फोन लगाकर घटना की सूचना दे डाली. जैसे ही उनके घर में रिश्तेदार पहुंचने लगे तो आनन-फानन में तीनों आरोपियों ने भागना शुरू कर दिया. जिसमें एक आरोपी भागने में सफल हो गया. जबकि 2 को मोहल्ले वालों और रिश्तेदारों ने पकड़कर धुनाई कर डाली, जिसके बाद पुलिस के हवाले कर दिया लेकिन बड़ी बात तो यह है कि शहर में दो थाने हैं और बैंक मैनेजर का मकान भी शहर में बीचो-बीच स्थित है. इस तरह की घटना को कहीं ना कहीं पुलिस का खौफ ना होना, दर्शाता है.

पुलिस ने कहा मेरे पास टाइम नहीं
वहीं जब हमने इस संबंध में देहात थाना के प्रभारी राजेंद्र सिंह जानकारी लेना चाहि तो उन्होंने कहा की मेरे पास जानकारी देने के लिए टाइम नहीं है और आरोपियों को वे कुर्सी पर बिठाकर पूछताछ कर रहे थे. बता दें कि दो युवक निकेत शर्मा व आर पी मालवीय को एक सफेद रंग की पजेरो स्पोर्ट गाड़ी जिस पर हूटर लगे हैं. साथ ही एक लोकायुक्त पुलिस डीएसपी योगेश खुरचानिया के आईडी कार्ड के साथ गिरफ्तार किया गया है. जबकि एक युवक फरार बताया जा रहा है. घटना की सूचना लगते ही दोपहर को एडिशनल एसपी समीर यादव पहुंचे और दो आरोपियों से पूछताछ की जा रही है.

जानिए पूरा मामला
नगर में उस समय सनसनी मच गई, जब खबर लगी कि शाम करीब 7 बजे नागरिक बैंक शाखा प्रबंधक हरिओम भावसार के निवास पर 3 युवक पहुंचे और भावसार से लोकायुक्त पुलिस का हवाला देते हुए कहा कि में डीएसडी लोकायुक्त योगेश खुरचानिया हूं. आपके विरुद्ध लोकायुक्त में आय से अधिक संपत्ति का मामला है. आप स्पष्टीकरण दीजिये. भावसार ने बताया कि उन्होंने कहा कि मेरी पूरी जांच हो चुकी है. मैं दस्तावेज दे सकता हूं, इस वार्तालाप के बीच शाखा प्रबंधक के ओर मित्र भी आ गए. जैसे ही लोग आए यह संदिग्ध युवक भाग खड़े हुए एक युवक भाग गया. जबकि दो लोग पकड़े गए, जिन्हें देहात थाना पुलिस के हवाले किया गया है. पूरे मामले में नागरिक बैंक के शाखा प्रबंधक भावसार ने बताया कि यह तीनों युवक फर्जी प्रतीत होते हैं. इनका लोकायुक्त से कोई वास्ता नहीं है, जो आई डी कार्ड लोकायुक्त पुलिस डीएसपी योगेश खुरचानिया का दिखा रहे हैं. वह भी फर्जी है, उस पर जो फोटो है, वह डीएसपी योगेश का नहीं हैं. साथ जिस गाड़ी से आये हैं वह भी फर्जी प्रतीत हो रही है. आरोपी अपने साथ पजेरो स्पोर्ट गाड़ी क्रमांक एमपी 09 सीएम 0029 से आए हुए थे. जिस पर हूटर लगे हुए हैं, साथ गाड़ी पर एक लाल रंग की पट्टी आगे व पीछे दोनों ओर लगी हुई है. जिस पर हाईकोर्ट लिखा हुआ है. पूरा मामला संदिग्ध प्रतीत होता है.

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