trendingNow/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh11619000
Home >>Madhya Pradesh - MP

Uma Bharti बोलीं-भारत हिंदू राष्ट्र नहीं होता तो अखिलेश यादव और ममता बनर्जी नहीं बचते, नमाज पढ़ रहे होते

Uma Bharti On Hindu Rastra: हिंदू राष्ट्र को बड़ी बात बताते हुए उमा भारती ने कहा कि अगर भारत हिंदू राष्ट्र नहीं होता तो न अखिलेश यादव बचते और न ममता बनर्जी बचती, ये सब नमाज पढ़ रहे होते.

Advertisement
Uma Bharti
Stop
Abhay Pandey|Updated: Mar 20, 2023, 07:12 PM IST

संदीप मिश्रा/डिंडौरी: वीरांगना रानी अवंति बाई (Martyrdom Day of Veerangana Rani Avanti Bai) के बलिदान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में डिंडौरी पहुंची पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती (Former Chief Minister Uma Bharti) ने जिले में ओलावृष्टि से बर्बाद हुए फसलों पर चिंता जाहिर करते हुए प्रभावित किसानों को राज्य सरकार से हरसंभव मदद का भरोसा दिया. साथ ही हिंदू राष्ट्र बनाए जाने की मांग पर कहा कि भारत पहले से ही हिंदू राष्ट्र है. 

राहुल गांधी का भाषण कम्युनिस्ट लिखते हैं: उमा भारती
हिंदू राष्ट्र को लेकर उमा भारती ने कहा कि यदि हिंदू राष्ट्र नहीं होता तो ना अखिलेश यादव बचते और ना ममता बनर्जी बचती ये सब नमाज पढ़ रहे होते. इसके अलावा उमा भारती ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा  कि राहुल गांधी का भाषण कम्युनिस्ट लिखते हैं.

राहुल गांधी को आरएसएस की शाखा में आना चाहिए:उमा भारती
कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर हमलावर होते हुए पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा कि राहुल गांधी को कम्युनिस्टों की नक़ल छोड़ आरएसएस की शाखा आना चाहिए. फिर सब समझ में आ जायेगा उनको. इसके अलावा जुनवानी मिशनरी स्कूल में नाबालिग छात्राओं के साथ यौन उत्पीड़न मामले को दुर्भाग्यजनक बताते हुए धर्मान्तरण कराने वालों को देश के बाहर निकालने की बात कही है.

रानी अवंती बाई कौन थीं?
गौरतलब है कि प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में रानी अवंती बाई ने अहम भूमिका निभाई थी और अंग्रेजों के छक्के छुड़ाए थे. 1857 की क्रांति में रामगढ़ की रानी अवंतीबाई लोधी रेवांचल में मुक्ति आंदोलन की नेता थीं. 1857 के मुक्ति आन्दोलन में इस राज्य की महत्वपूर्ण भूमिका थीं और अंग्रेजों से लड़ाई की थी. 1857 की लड़ाई में जब युद्ध में लगभग निश्चित हार का सामना करना पड़ा, तो उन्होंने 20 मार्च 1858 को एक गार्ड की तलवार से आत्महत्या कर ली थी. यही कारण है कि इस दिन को बलिदान दिवस के रूप में मनाया जाता है.

 

Read More
{}{}