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ये कैसी जेल? जहां आरक्षक कर रहा नशा, जेल अधीक्षक ने किया बड़ा खुलासा


उज्जैन के भैरवगढ़ केंद्रीय जेल में देर रात जेल अधीक्षक उषा राज ने मादक पदार्थ की तस्करी करने वाले जेल आरक्षक को रंगो हाथ पकड़ा है. जेल अधीक्षक ने आरक्षक पर कार्रवाई करते हुए तत्काल सस्पेंड कर दिया गया है.  

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ये कैसी जेल? जहां आरक्षक कर रहा नशा, जेल अधीक्षक ने किया बड़ा खुलासा
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Zee News Desk|Updated: Jul 23, 2022, 12:40 PM IST

राहुल सिंह राठौड़/उज्जैन:  शहर से दूर स्थित केंद्रीय भैरवगढ़ जेल से एक आरक्षक द्वारा मादक पदार्थ की तस्करी का मामला सामने आया है. देर रात जेल अधीक्षक ने जेल के एक आरक्षक को रंगो हाथ पकड़ा गया. तस्करी में लिप्त आरक्षक को तत्काल सस्पेंड किया गया है. बता दें कि आरक्षक तंबाकू की तस्करी कर रहा था. जिसका पता जेल अधीक्षक को लग गया. जिसके बाद आरक्षक को रंगे हाथ पकड़कर कार्रवाई की गई है.

जानिए कैसे धराया आरक्षक
दरअसल बीती रात जेल अधीक्षक उषा राज परिवार के साथ बाबा महाकाल के दर्शन कर बंगले की ओर लौट रही थीं. चुकी जेल के समीप ही अधीक्षक का आवास है, लौटते वक्त जेल के एक द्वार पर आरक्षक को संदिग्ध अवस्था में अधीक्षक ने देखा तो गाड़ी रुकवा कर आरक्षक से पूछताछ की. जवाब सही नहीं मिलने पर उसकी तलाशी ली तो पाया उसकी कुर्सी के नीचे दो पैकेट रखे हैं. जिसमें तम्बाकू(मादक पदार्थ) है. जिसे जप्ती में लेकर जेल अधीक्षक ने वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में किया और आरक्षक को तत्काल सस्पेंड करने की करवाई की गई आरोपी आरक्षक का नाम सनी गहलोत है.

जेल आरक्षक ने कलेक्टर से की थी शिकायत
आपको बता दें कि केंद्रीय भैरव गढ़ जेल में मादक पदार्थ की तस्करी का ये कोई पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी जेल अधीक्षक ने जेल के ही आरक्षकों को तस्करी करते पकड़ा है. लेकिन 15 मार्च को जिला कलेक्टर की जनसुनवाई में जेल के करीब 10 आरक्षक एकसाथ जेल अधीक्षक के विरुद्ध शिकायत लेकर पहुंचे थे और कलेक्टर से  कहा था कि वे जेल अधीक्षक से परेशान होकर कलेक्टर के पास पहुंचे हैं.

जेल में मादक पदार्थ की तस्करी चरम पर
प्रहरियों ने जेल अधीक्षक उषा राज पर गम्भीर आरोप लगाया कि जेल अधीक्षक हर दूसरे महीने में हमारा तबादला तहसील जेलों में कर देती है. तबादले की वजह से हमारे बच्चों की पढ़ाई का नुकसान होता है और परिवार भी परेशान होता है, जबकि जेलों में ऐसे भी प्रहरी हैं, जो 20-20 साल से एक ही जगह पदस्थ है और गृह जिले में हैं. इसके साथ ही जेल में मादक पदार्थ तस्करी भी चरम पर है जो किसी से भी छुपी हुई नहीं है. लेकिन लगता है जनसुनवाई की ये शिकायत ठंडे बस्ते में चली गई हैं. अब तक कोई इसमें कार्रवाई या जांच का स्पस्टीकरण देखने को नहीं मिला है.

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