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Maa brahmacharini 2022 Day 2 Puja: नवरात्र के दूसरे दिन इस विधि से करें मां ब्रह्मचारिणी की पूजा, जानिए आरती, और मंत्र

नवरात्रि के 9 दिन मां दुर्गा के 9 रुपों की पूजा की जाती है. नवरात्र का दूसरा दिन मां ब्रह्मचारिणी  को समर्पित होता है. बता दें कि मां ब्रह्मचारिणी कठिन साधना और ब्रह्म में लीन रहती है. 

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Maa brahmacharini 2022 Day 2 Puja:  नवरात्र के दूसरे दिन इस विधि से करें मां ब्रह्मचारिणी की पूजा, जानिए आरती, और मंत्र
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Zee News Desk|Updated: Sep 26, 2022, 11:51 PM IST

Navratri 2022 Day 2 puja: नवरात्रि के 9 दिन मां दुर्गा के 9 रुपों की पूजा की जाती है. आज यानि नवरात्र का दूसरा दिन मां ब्रह्मचारिणी को समर्पित होता है. मां ब्रह्मचारिणी कठिन साधना और ब्रह्म में लीन रहती है. कभी उन्हें ब्रह्मचारिणी कहा गया है. मां ब्रह्मचारिणी की पूजा से लंबी उम्र, शक्ति, ज्ञान, संयम और वैराग्य में वृद्धि होती है. इसके साथ ही शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है. 

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बता दें कि नवरात्रि में मां ब्रह्मचारिणी की पूजा का विशेष महत्व बताया गया है. इनके दर्शन मात्र से ही मनुष्य सभी कष्टों से मुक्त हो जाता है. मां ब्रह्मचारिणी के दाहिने हाथ में जप की माला और बाएं हाथ में कमंडल लिए सफेद वस्त्र में देवी विराजमान होती है.

मां ब्रह्मचारिणी की पूजा विधि
आपको बता दें कि मां ब्रह्मचारणी की पूजा में फूल, रोली, चंदन का प्रय़ोग किया जाता है. पूजा शुरू करने के पहले  मां ब्रह्मचारणी को दूध, दही, घृत, शहद, और शर्करा से स्नान कराया जाता है. इसके बाद मां ब्रह्मचारणी को प्रसाद अर्पित करें. इस प्रक्रिया को पूरा करने के बाद आचमन और पान सुपानी भेंट करनी चाहिए. इसके बाद स्थापित कलश, नवग्रह, ग्राम देवता की पूजा करनी चाहिए.

मां ब्रह्मचारिणी का मंत्र
दधाना करपद्माभ्याम्, अक्षमालाकमण्डलू. देवी प्रसीदतु मयि, ब्रह्मचारिण्यनुत्तमा..

मां ब्रह्मचारिणी की आरती 
जय अंबे ब्रह्माचारिणी माता
जय चतुरानन प्रिय सुख दाता
ब्रह्मा जी के मन भाती हो
ज्ञान सभी को सिखलाती हो
ब्रह्मा मंत्र है जाप तुम्हारा
जिसको जपे सकल संसारा
जय गायत्री वेद की माता
जो मन निस दिन तुम्हें ध्याता
कमी कोई रहने न पाए
कोई भी दुख सहने न पाए
उसकी विरति रहे ठिकाने
जो ​तेरी महिमा को जाने
रुद्राक्ष की माला ले कर
जपे जो मंत्र श्रद्धा दे कर
आलस छोड़ करे गुणगाना
मां तुम उसको सुख पहुंचाना
ब्रह्माचारिणी तेरो नाम
पूर्ण करो सब मेरे काम.
भक्त तेरे चरणों का पुजारी
रखना लाज मेरी महतारी

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