trendingNow/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh11511705
Home >>Madhya Pradesh - MP

Sammed Shikhar Ji Protest: सम्मेद शिखर जी को लेकर PM मोदी लेंगे बड़ा फैसला? गुना सांसद ने कही ये बात

MP KP Yadav On Shri Sammed Shikharji Controversy: जिले में आज जैन समाज ने सीटी बजाकर सांसद डॉ केपी यादव के आवास पर पहुंचकर घेराव किया. वहीं इसको लेकर सांसद केपी यादव ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि जल्द ही केंद्र सरकार इस मसले का कोई हल निकालेगी.

Advertisement
Sammed Shikhar Ji Protest
Stop
Zee News Desk|Updated: Jan 02, 2023, 05:49 PM IST

नीरज जैन/अशोकनगर : सम्मेद शिखर जी को टूरिस्ट प्लेस बनाए जाने के नोटिफिकेशन जारी करने के बाद पूरे देश में जैन समाज द्वारा इस को लेकर प्रदर्शन किया जा रहा है. देश के साथ-साथ विरोध के स्वर मध्यप्रदेश में भी बहुत ज्यादा तीव्र हैं और कई दिनों से जैन समुदाय इसका विरोध प्रदर्शन कर रहा है. आपको बता दें कि मध्य प्रदेश के अशोकनगर जिले में तीर्थ क्षेत्र सम्मेद शिखर जी को लेकर तरह-तरह से विरोध जताया जा रहा है. जैन समाज ने गांधी पार्क से सीटी बजाकर सांसद के निवास पर पहुंचकर घेराव किया. लोगों ने सांसद डॉ.के पी यादव के निवास पहुंचकर जैन समाज ने प्रदर्शन किया. गौरतलब है कि झारखंड स्थित अतिशय क्षेत्र सम्मेद शिखर जी को पर्यटन क्षेत्र घोषित किए जाने का विरोध इससे पहले जैन समाज द्वारा मशाल जुलूस और बाजार बंद कर किया गया था.

जैन समाज की मांग जायज है: के पी यादव
वहीं इस मामले में गुना के सांसद के पी यादव ने कहा है कि अभी जैन समाज के कुछ लोग मेरे पास आए थे और जब लोकसभा का सत्र चल रहा था ,तब ही मैंने पत्र के माध्यम से उनकी भावनाओं से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव और संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी को अवगत कराया था. मेरा भी यह मानना है कि शिखर जी को तीर्थ स्थल घोषित न किया जाए और जैन समाज की मांग जायज है. साथ ही मसले के हल को लेकर सांसद के पी यादव ने यह भी कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में इस मसले को लेकर जरूर हल निकलेगा.

 

बता दें कि सम्मेद शिखर जी को ईको टूरिज्म प्लेस बनाने की अधिसूचना के चलते जैन समाज विरोध कर रहा है. इस पर जैन समाज का कहना है कि सम्मेद शिखर जी के पर्यटन क्षेत्र बनने के बाद यहां काफी संख्या में पर्यटक आयेंगे और इस कारण वहां मांस-मदिरा का सेवन होगा. इसके चलते जैन समाज इसे धार्मिक भावनाओं पर हमला बताकर इसका विरोध कर रहा है.

Read More
{}{}