trendingNow/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh11672037
Home >>Madhya Pradesh - MP

Kuno National Park: कूनो नेशनल पार्क से चीतों की शिफ्टिंग की खबर महज अफवाह, जानें DFO ने क्या कहा?

Kuno National Park: कुछ दिनों पहले खबर फैली थी कि, लगातार हो रहे चीतों की मौत के बाद अब चीतों को दूसरी जगह शिफ्ट किया जा सकता है. हालांकि ये खबर सच नहीं है.  

Advertisement
Kuno National Park: कूनो नेशनल पार्क से चीतों की शिफ्टिंग की खबर महज अफवाह, जानें DFO ने क्या कहा?
Stop
Ranjana Kahar|Updated: Apr 28, 2023, 04:03 PM IST

Kuno National Park: मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित कूनो नेशनल पार्क में 24 अप्रैल को एक चीते की मौत हो गई थी. एक महीने के अंतराल में कूनो में दो चीतों की मौत हो गई. उदय चीते की मौत के बाद कूनो नेशनल पार्क से एक बड़ी खबर सामने आई है. दरअसल कुछ दिनों पहले खबर फैली थी कि, लगातार हो रहे चीतों की मौत के बाद अब चीतों को दूसरी जगह शिफ्ट किया जा सकता है.

DFO ने कही ये बात
चीतों की शिफ्टिंग को लेकर हाल ही में कूनो नेशनल पार्क के अधिकारी DFO प्रकाश वर्मा ने बताया कि, चीते उदय की मौत कैसे हुई इसका पता अभी नहीं चला है. डॉक्टर की टीम सैंपल लेकर गई हैं, जिसकी रिपोर्ट आने के बाद ही चीते की मौत का पता चलेगा. प्रारंभिक जांच में उदय की मौत की वजह कार्डियक अरेस्ट को माना जा रहा है. उन्होंने चीतों की शिफ्टिंग के सवाल पर कहा कि, योजना के अनुसार कूनो में 20 से ज्यादा जानवरों को नहीं रखा जा सकता. कूनो नेशलन में सिर्फ दो से चार एनीमल को शिफ्ट करने का प्रावधान था, जिसकी बात चल रही थी. हालांकि अभी चीतों की शिफ्टिंग वाली बातें महज अफवाह हैं.

यह भी पढ़ें: Ladli Behna Yojana: लाडली बहना योजना में रिकॉर्ड तोड़ आवेदन, सिर्फ इंदौर में ही 4 लाख महिलाओं ने कराया रजिस्ट्रेशन

 

कूनो में बनाएं गए नए बाड़े
कूनो नेशनल पार्क में चीतों के लिए नए बाड़े बनाएं गए हैं. बता दें कि कूनो में चीतों के लिए विशेष 9 बड़े बाड़े बनाएं गए है. बड़े बाड़ों में नर और मादा चीतों को दो-दो की संख्या में अलग-अलग रखा गया है. गौरतलब है कि कूनो नेशनल पार्क में पहली खेफ़ में नामीबिया से 17 सितंबर को लाए गए 8 चीतों को PM नरेंद्र मोदी ने छोड़ा था. साउथ अफ्रीका से दूसरी खेफ में पहुंचे 12 चितों में 7 नर और 5 मादा चीते 18 फरवरी को लाए गए थे, जिन्हें CM शिवराज सिंह चौहान ने छोड़ा था.

Read More
{}{}