प्रमोद शर्मा/भोपालः रातापानी अभयारण्य में आज से जंगल सफारी शुरू हो जाएगी. बता दें कि प्रदेश में 25 और देश भर में 556 सेंचुरी हैं, जिनमें जंगल सफारी और नेचुरल ट्रेल शुरू कराने वाली रातापानी देश की पहली सेंचुरी बन गई है. इससे रातापानी सेंचुरी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान मिलेगी. यहां पहली बार पर्यटक वन्य प्राणियों को पास से देख सकेंगे.
पहली बार नजदीक से देख सकेंगे वन्य जीव
रातापानी अभ्यारण्य में जंगल सफारी शुरू होने से पर्यटक पहली बार काफी पास से 45 बाघ ओर 300 तेंदुए और 10 हजार से ज्यादा वन्य प्राणियों देख सकेंगे. इसके लिए झिरी से करमई तक 40 किमी और देलावाड़ी गेट से 20 किलोमीटर का सफारी ट्रैक बनाया गया है. रातापानी सेंचुरी में आज से पर्यटक और वन्य प्राणी पहली बार एक दूसरे से रूबरू होंगे. बता दें कि यह देश की पहली ऐसी सेंचुरी है जहां जंगल सफारी और नेचुरल ट्रेल की शुरुआत हुई है. यहां पर्यटक पैदल ट्रैक पर भी चल सकेंगे.
15 दिसंबर से ऑनलाइन बुकिंग
रातापानी जंगल सफारी में प्रवेश के लिए पर्यटक झिरी, बरखेड़ा और देलावाड़ी के तीनों गेटों पर बुकिंग कर सकते हैं. वहीं 15 दिसंबर से पर्यटक ऑनलाइन बुकिंग भी कर सकेंगे. यहां पर्यटक अपने वाहनों के अलावा सफारी के वाहनों का भी यूज कर सकते हैं. पर्यटकों को 750 रुपये फीस, 480 रुपये गाइड फीस के साथ तीन हजार रुपये वाहन शुल्क चुकाने होंगे.
रातापानी अभ्यारण
रातापानी बाघ अभ्यारण मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में स्थित है. यह प्रदेश की राजधानी भोपल के पास में है. यह अभ्यारण तरह-तरह के 10,000 से अधिक जीव-जंतुओं और पेड़-पौधों से हरा-भरा है. यहां बाघ, तेंदुआ, धारीदार लकड़बग्घा, गीदड़, लोमड़ी, चीतल, सोनकुत्ता (जंगली कुत्ता), स्लोथ रीछ, साम्भर, नीलगाय, चिंकारा, चौसिंगा, हनुमान लंगूर, रीसस बंदर और भारतीय शैल अजगर प्रमुख रूप से पाये जाते हैं. वन्यजीव प्रेमी अब इस जगंल सफारी में काफी नजदीक से जंगली जीव-जंतुओं को देख सकेंगे.
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