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हॉस्‍प‍िटल मैनेजमेंट की वजह से गई दो की जान, गर्भ में बच्‍चा और मां की हो गई मौत

मध्‍य प्रदेश के भ‍िंंड में अस्‍पताल प्रबंधन की लापरवाही से एक हंसता-खेलता पर‍िवार उजड़ गया. हॉस्‍पि‍टल पहुंची गर्भवाती मह‍िला को समय ड‍िलीवरी के ल‍िए स्‍ट्रेचर नहीं म‍िला तो मह‍िला और गर्भ में पल रहे मासूम की मौत हो गई. 

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गर्भवती की मौत, पर‍िजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप.
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Zee News Desk|Updated: Jul 22, 2022, 08:48 PM IST

प्रदीप शर्मा/ भिंड: मध्‍य प्रदेश में भ‍िंंड के लहार क्षेत्र में दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है. एक गर्भवती ने अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के चलते अपने गर्भ में मौजूद बच्चे के साथ प्रसव के दौरान ही दम तोड़ दिया. ना तो एम्बुलेंस उसके घर तक पहुंच सकी, ना ही लोडर वाहन में प्रसव होने के बाद परिजन के कहने बावजूद स्ट्रेचर पर ले जाया गया. स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही ने दो-दो मासूम जिंदगियां और एक परिवार की ख़ुशियांं लील ली. 

घर तक नहीं पहुंच सकी एंबुलेंस 
जानकारी के मुताबिक़, भिंड के लहार क्षेत्र के निसार गांव में रहने वाले सांवली राठौर की गर्भवती पत्नी रेखा को अचानक प्रसव पीड़ा उठी तो उन्होंने एम्बुलेंस बुलाई लेकिन गांव तक पहुंची एम्बुलेंस उनके घर तक नहीं पहुंच सकी. गर्भ में जुड़वा बच्चे होने के चलते पत्नी को हो रही तकलीफ़ के कारण तुरंत पीड़िता के पति ने किराये का एक लोडिंग वाहन लिया और उसमें पत्नी को लेकर अस्पताल पहुंचा लेकिन रास्ते में ही प्रसूता को पहला प्रसव हो गया. 

गर्भ में दूसरे बच्‍चे की चली गई जान 
किसी तरह परिजन महिला को लेकर लहार सिविल अस्पताल पहुंचे और अस्पताल के स्टाफ़ को बुलाया. इस तरह प्रसव हो जाने से महिला की गम्भीर हालत पर परिजन ने स्ट्रेचर पर ले जाने की बात की तो स्टाफ़ द्वारा उनकी बात नज़रअंदाज कर जबरन प्रसूता को उसी हालत में व्हील चेयर पर बैठा कर दूसरे प्रसव के लिए ले जाया गया लेकिन प्रसव से पहले ही अस्पताल प्रबंधन की इस लापरवाही ने ना सिर्फ़ प्रसूता बल्कि उसके गर्भ में मौजूद दूसरे बच्चे की भी जान ले ली. 

नाल ख‍िंंचने की वजह से हो गई मौत
मृतक प्रसूता के परिजनों का आरोप है क‍ि अस्पताल प्रबंधन के अलावा उसके गांव के लोगों ने भी उन्हें अस्पताल आने से रोकने की कोशिश की थी लेकिन अस्पताल में कई बार बोलने के बाद भी अस्पताल कर्मचारी उसकी पत्नी को प्रसव की हालत में जबरन व्हील चेयर पर ले गए थे. उन्होंने बात नहीं सुनी और नाल खिचने की वजह से उसकी मौत हो गयी,इसके लिए अस्पताल प्रबंधन ज़िम्मेदार है।

हॉस्‍पि‍टल में प‍र‍िजनों ने क‍िया हंगामा  
इस पूरे घटनाक्रम से आक्रोशित परिजनों ने पहले सिविल हॉस्पिटल में जमकर हंगामा किया. साथ ही अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है. अस्पताल प्रबंधन मामले की जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कह रहा है.

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