trendingNow/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh11679462
Home >>Madhya Pradesh - MP

MP News:25 साल की सलोनी ने सांसारिक रिश्तों को त्यागा! MBA पासआउट बनीं जैन साध्वी

मध्यप्रदेश (MP News) के उज्जैन (Ujjain News) शहर की 25 वर्षीय MBA पास आउट युवती सलोनी ने सांसारिक मोह मोह माया को त्याग कर जीवन भर संयम के मार्ग पर चलने का फैसला लिया और 5 दिवसीय उत्सव दैरान बुधवार को सलोनी (Ujjain's Saloni became Jain Sadhvi) ने जैन समाज के गुरु जन व परिवा

Advertisement
MP News
Stop
Abhay Pandey|Updated: May 03, 2023, 11:19 PM IST

राहुल सिंह राठौड़/उज्जैन: मध्यप्रदेश (MP News) के उज्जैन (Ujjain News) शहर की 25 वर्षीय MBA पास आउट युवती सलोनी ने सांसारिक मोह मोह माया को त्याग कर जीवन भर संयम के मार्ग पर चलने का फैसला लिया और 5 दिवसीय उत्सव दैरान बुधवार को सलोनी (Ujjain's Saloni became Jain Sadhvi) ने जैन समाज के गुरु जन व परिवार के बीच दीक्षा ली. दीक्षा लेने के बाद अब सलोनी का नाम साध्वी श्री मल्लि दर्शना श्रीजी मसा रखा गया है. सलोनी शहर के ज्वेलर की बिटिया है. माता पिता ने सलोनी के इस निर्णय का स्वागत किया और पिता ने बताया कि 5 दिवसीय उत्सव हमने मनाया है. जिसमें मंडप सजाया, वर्षी दान वरघोड़ा निकाला, सलोनी को हाथी पर बैठाया गया और सांसारिक मोह माया त्याग स्वरूप कई सामग्रियां लुटाई, वस्त्र रंगोत्सव, महिला सांझी कार्यक्रम, धार्मिक प्रस्तुतियां हुईं.

सोशल मीडिया पर एक्टिव थीं सलोनी
बता दें कि सलोनी के बारे में उसके साथी लोग बताते हैं कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सलोनी काफी  एक्टिव रहती थीं. अब बुधवार को दीक्षा लेने के बाद सलोनी ने सांसारिक मोह-माया को त्याग दिया है. हजारों समाज जनों के सामने व गुरु जनों और माता-पिता की मौजूदगी में सलोनी ने सोलह श्रृंगार व वैभव को त्याग दिया है.सलोनी ने MBA के बाद नौकरी की और बाद में पिता के व्यापार को भी संभाला था. सलोनी के पिता का नाम विमल व पूजा भंडारी है.

प्री वेडिंग फोटोज तो बहुत देखी होंगी, अब देखिए तलाक के बाद की फोटोज...

हर रिश्ते से मुक्त हुईं सलोनी
बता दें कि सलोनी ने बेहद कठिन माने जाने वाली मुनि दीक्षा ली है. जो कि बेहद कठिन निर्णय होता है क्योंकि संयम जीवन में न वाहन न इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, न किसी तरह की विलासिता. दिर की शरण में रहकर जीवन भर पैदल. साथ ही माता-पिता भाई-बहन सहित सभी सांसारिक रिश्तों का त्याग और केवल धर्म के उद्देश्य के लिए सादा जीवन जीना होता है. सलोनी ने दीक्षा के पहले भाई को राखी भी बांधी.

Read More
{}{}