trendingNow/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh11731164
Home >>Madhya Pradesh - MP

MP News: मध्य प्रदेश के निजी अस्पतालों पर एक्शन! 120 Hospitals में अब आयुष्मान कार्ड से नहीं होगा इलाज

Ayushman Yojana News: आयुष्मान भारत योजना का सही तरीके से पालन नहीं करने पर मध्यप्रदेश के 120 निजी अस्पतालों की संबद्धता समाप्त कर दी गई है. जिसके चलते इन अस्पतालों में अब आयुष्मान कार्ड से मरीजों को इलाज नहीं मिल पाएगा.

Advertisement
Ayushman Yojana News
Stop
Abhay Pandey|Updated: Jun 09, 2023, 03:55 PM IST

प्रमोद शर्मा/भोपाल: मध्यप्रदेश (MP News) में आयुष्मान योजना (Ayushman Yojana News) के संचालन को लेकर बड़ी खबर सामने आई है. आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB-PMJAY) के संबधित मध्य प्रदेश के 120 निजी अस्पतालों की संबद्धता समाप्त (Affiliation of MP 120 private hospitals terminated) कर दी गई है. इस फैसले का मतलब है कि अब मरीज इन अस्पतालों में आयुष्मान कार्ड योजना के तहत इलाज नहीं करा सकेंगे.

मरीजों से ज्यादा पैसे चार्ज कर थे 
बता दें कि इन निजी अस्पतालों द्वारा कथित लापरवाही और योजना के नियमों का पालन नहीं करने के कारण यह कार्रवाई की गई है. यह बताया गया है कि ये अस्पताल रोगियों को योजना के तहत निर्धारित रेट से अधिक चार्ज कर रहे थे. 

लव जिहाद ने ली बेसबॉल नेशनल प्लेयर की जान! संजना को मुस्लिम बनाना चाहता था अब्दुल, गिरफ्तार

केंद्र ने प्रदान की थी 28 अस्पतालों की सूची
इसके अलावा, केंद्र सरकार ने राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण को 28 अस्पतालों की एक सूची प्रदान की थी, जिन्होंने पिछले छह महीनों में आयुष्मान योजना के तहत पांच से कम रोगियों का इलाज किया था. सरकार ने उनके अनुबंधों को भी समाप्त करने का निर्देश दिया गया है. 

कई अस्पताल इसलिए नहीं कर रहे थे इलाज
मिली जानकारी के अनुसार, मध्य प्रदेश की इन अस्पतालों को लेकर ये शिकायतें भी मिली है कि कई अस्पतालों ने कुछ मेडिकल पैकेजों पर कम फायदा होने के कारण आयुष्मान रोगियों का इलाज करने से मना कर देते थे. साथ ही 50 बिस्तरों से कम वाले अस्पतालों की संबद्धता को नए नियम के अनुसार समाप्त कर दिया गया है, जिसके तहत इलाज कराने के लिए न्यूनतम 50 बिस्तर की क्षमता होनी चाहिए. गौरतलब है कि संबद्धता खत्म करने का मकसद आयुष्मान भारत योजना को ठीक से लागू करना है ताकि देश भर में आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को स्वास्थ्य सेवा का लाभ मिल सके.

Read More
{}{}