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MP Election: महाकौशल की इस सीट पर 2 बार से कांग्रेस की महिला नेत्री हैं MLA ! नक्सलियों ने की थी पिता की हत्या

Balaghat Lanji Vidhan Sabha Seat History: लांजी विधानसभा सीट से कांग्रेस की दो बार की विधायक हिना कावरे यहां एक प्रमुख चेहरा बन गई हैं, जबकि भाजपा ने राजकुमार  कर्राहे को मैदान में उतारा है. इस सीट पर ऐतिहासिक तौर पर कांग्रेस का दबदबा रहा है, लेकिन बीजेपी ने भी अपनी छाप छोड़ी है.  

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Balaghat Lanji Vidhan Sabha Seat
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Abhay Pandey|Updated: Oct 06, 2023, 11:52 PM IST

Balaghat Lanji Vidhan Sabha Seat Analysis: मध्य प्रदेश में बस कुछ ही दिनों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले की बात करें तो यहां पिछले चुनाव में कांग्रेस पार्टी को अच्छी सफलता मिली थी. जबकि बीजेपी को ज्यादा सीटों पर हार का सामना करना पड़ा. जिले की लांजी विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी को पिछले दो चुनावों में हार का सामना करना पड़ा है. वर्तमान में कांग्रेस की हिना कांवरे विधायक हैं. जिन्होंने लगातार दो विधानसभा चुनाव जीते हैं तो आइए समझते हैं इस विधानसभा सीट के सियासी आंकड़े...

हिना कावरे हैं विधायक
हिना कावरे लांजी विधान सभा से दो बार से एमएलए हैं. वह कमल नाथ सरकार के दौरान विधानसभा उपाध्यक्ष के पद पर रहीं. हिना कावरे को कम उम्र में बहुत घटना नुकसान का सामना करना पड़ा जब उनके पिता, लिखीराम कावरे,  की नक्सलियों द्वारा हत्या कर दी गई थी. बता दें कि लिखिराम कावरे किरनापुर सीट से तीन बार विधायक थे और उस समय राज्य की दिग्विजय सरकार में परिवहन मंत्री के पद पर थे. दिसंबर 1999 में उनके पिता की असामयिक मृत्यु के बाद, हिना की मां पुष्पलता ने उसी सीट से दो बार जीत हासिल की. हालांकि, परिसीमन के कारण किरनापुर सीट अब अस्तित्व में नहीं है. 2013 में, हिना कावरे ने लांजी से अपना पहला चुनाव लड़ा और विजयी होकर विधायक बनीं. वह 2018 के चुनावों में फिर से जीत गईं.

बीजेपी ने घोषित किया प्रत्याशी
भाजपा ने लांजी में सब चौंकाते हुए नया चेहरा उतारा है. पूर्व में आप से जुड़े रहे राजकुमार कर्राहे लगातार दो हार के बाद पार्टी की नई पसंद बने हैं और उन्हें ही मैदान में उतारा गया है. 2018 के चुनाव में कांग्रेस ने लगातार दूसरी बार जीत हासिल की. कांग्रेस का प्रतिनिधित्व कर रहीं हिना कावरे ने  90,382 वोट हासिल किए और बीजेपी के रमेश भटेरे को 18,696 वोटों के अंतर से आसानी से हराया था.  2013 में हिना कावरे ने 79,068 वोट पाकर जीत हासिल की थी, उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी, भाजपा के रमेश भटेरे को हराया, जिन्हें 47,318 वोट मिले थे. वहीं, इससे पहले 2008 में बीजेपी के रमेश भटेरे ने जीत हासिल की थी, जबकि 2003 में भी पार्टी को जीत मिली थी. 1998 में यह सीट कांग्रेस के पास थी.

जातिगत समीकरण
लांजी विधानसभा क्षेत्र में लोधी समुदाय का बड़ा वोट बैंक है. कुल 2,42,995 मतदाताओं में से 30-40 प्रतिशत लोधी समुदाय के हैं, साथ ही विभिन्न अन्य समुदायों के मतदाता भी हैं. बीजेपी प्रत्याशी राजकुमार भी लोधी समुदाय से हैं, जबकि कांग्रेस विधायक हिना कावरे मरार समुदाय से हैं. इस अलावा इस सीट पर आदिवासी, कलार, कुनबी, महार समेत अन्य समुदायों के मतदाता प्रभाव रखते हैं.

सीट का इतिहास
ऐतिहासिक रूप से, कांग्रेस 1962 से छह जीत के साथ लांजी सीट पर विजयी रही है. बीजेपी ने 3 बार जीत हासिल की हैं, इसके अलावा पीएसपी, जनता दल और 2 बार निर्दलीय उम्मीदवारों को जीत मिली है. पिछले दो चुनावों में हिना कावरे ने कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर जीत हासिल की है.

लांजी विधानसभा सीट के  विधायकों की सूची:

2018: हिना लिखीराम कावरे (कांग्रेस)
2013: हिना लिखीराम कावरे (कांग्रेस)
2008: रमेश दिलीप भटेरे (भाजपा)
2003: दिलीप भटेरे  (भाजपा)
1998: भागवत भाऊ नागपुरे (कांग्रेस)
1993: दिलीप भटेरे (भाजपा)
1990: दिलीप भटेरे (IND)
1985: नर्बदा प्रसाद (जेएनपी)
1980: यशवन्त राव खोंगल (कांग्रेस(आई))
1977: यशवन्त राव खोंगल (कांग्रेस)
1972: नर्बदा पीडी श्रीवास्तव (आईएनडी)

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