प्रमोद सिन्हा/खंडवाः प्रदेश में भारी बारिश के चलते नदी नाले उफान पर हैं. खंडवा जिले में पिछले 24 घंटों से रुक-रुक कर हो रही बारिश के कारण सुक्ता नदी पर बने बांध का जल स्तर बढ़ने से डाउनस्ट्रीम में नदी किनारे बसे हुए गांव में जिला प्रशासन ने एहतियात बरतना शुरू कर दिया है. बाढ़ के खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा रात में ही नदी किनारे के करीब 7 गांव को खाली करवाया गया है.
जिला प्रशासन ने पानी का स्तर बढ़ने के कारण रात में ही खंडवा और पंधाना तहसील के लगभग 7 गांव जो नदी नाले के जद में आने वाले हैं, उन्हें खाली करवा दिया गया है. बाढ़ प्रभावित इन परिवारों को जिला प्रशासन द्वारा गांव के ही स्कूल और पंचायत भवन में ठहराया जा रहा है.
मौसम विभाग ने आगामी एक-दो दिन और बारिश की संभावना जताई है. जिसको ध्यान में रखते हुए एसडीएम, तहसीलदार, पटवारी पुलिस और एनडीआरएफ की टीम द्वारा नदी के किनारे बसे हुए जसवाड़ी, बेड़ियांव, हापला, दीपला, खिड़गांव, भागफल, जामठि और पीपरहट्टी गांव के उन लोगों को गांव की स्कूल और पंचायत भवन में शिफ्ट कराया गया है. जिनके मकान नदी नालों की जद में आ रहे हैं.
खंडवा और बुरहानपुर के बीच रूपारेल पहाड़ी नदी में जल स्तर बढ़ने के कारण खंडवा के सुक्ता बांध में जलस्तर बढ़ गया है. यही कारण है कि डाउनस्ट्रीम में भी सुक्ता नदी और उससे मिलने वाले छोटी नदियों और नालों का भी जलस्तर बढ़ गया है. इसी को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन की टीम ने लोगों को सावधानी बरतने की अपील की है.
बता दें कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन रात में बारिश होने पर जल स्तर बढ़ने के कारण नदी के किनारे बसे हुए इन गांव में बाढ़ से किसी तरह की जान-माल की नुकसान नहीं हो इसलिए यह कार्रवाई की है. जिला प्रशासन ने इन गांवों में सर्वे भी करवाई है और ग्राम पंचायत सचिव कोटवार और एनडीआरएफ के लोगों को भी तैनात किया है.
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