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Jagannath Rath Yatra: जगन्नाथ रथ यात्रा से पहले CM मोहन पहुंचे इस्कॉन मंदिर, उज्जैन-पुरी संबंधों का किया जिक्र

Jagannath Rath Yatra: उज्जैन में सीएम मोहन यादव ने इस्कॉन मंदिर जाकर आशीर्वाद लिया और रथ यात्रा से पहले के समारोहों में भाग लिया. 7 जुलाई को होने वाली रथ यात्रा निकास चौराहा से इस्कॉन मंदिर तक जाएगी.

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Jagannath Rath Yatra 2024
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Abhay Pandey|Updated: Jul 06, 2024, 11:25 PM IST

Jagannath Rath Yatra 2024: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भगवान जगन्नाथ, सुभद्रा देवी और बलभद्र की भव्य रथ यात्रा से पहले उज्जैन के इस्कॉन मंदिर में जाकर आशीर्वाद लिया. यात्रा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने भगवान कृष्ण की उज्जैन में शैक्षिक यात्रा के बारे में किस्से साझा किए. सीएम मोहन ने कहा कि श्री कृष्ण पाथेय योजना के माध्यम से भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं के सभी स्थलों को तीर्थ के रूप में विकसित किया जाएगा. 

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सीएम मोहन ने कहा कि उज्जैन के इंद्रधुम्न महाराज ने ही पुरी, ओडिशा में जाकर जगन्नाथ धाम विकसित किया और उज्जैन से पुरी तक की सांस्कृतिक संबंध की परंपरा भी स्थापित की थी. भारत की एकता को अटूट बनाने में यह ऐतिहासिक प्रसंग महत्वपूर्ण है. मध्य प्रदेश सरकार ने निर्णय लिया है कि प्रदेश में जहां-जहां भगवान श्री कृष्ण के चरण पड़े हैं उन स्थानों को तीर्थ के रूप में विकसित किया जाएगा.

उज्जैन दौरे पर थे सीएम मोहन
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव प्रदेश के उज्जैन दौरे पर शनिवार को रहे. यहां पर अलग-अलग कार्यक्रमों में शामिल होने के बाद देर शाम इस्कॉन मंदिर पहुंचे, जहां पर भगवान श्री कृष्ण, राधा, जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा देवी का आशीर्वाद लिया और पुजारियों व पुरोहितों को संबोधित भी किया. दरअसल, उज्जैन में 7 जुलाई को भगवान जगन्नाथ, सुभद्रा देवी और बलभद्र की निकास चौराहा से इस्कॉन मंदिर तक एक विशाल रथ यात्रा निकलेगी. वर्ष 2007 से यह रथ यात्रा शहर में इस्कॉन मंदिर द्वारा निकाली जा रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार प्रदेश में 17 स्थानों पर रथ यात्रा निकाली जा रही है जो कि अपने आप में अद्भुत है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा की कार्यकारिणी की बैठक भोपाल में है, इसलिए मैं एक दिन पहले ही भगवान का आशीर्वाद लेने प्रत्येक वर्ष की तरह इस बार भी पहुंचा हूं. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस यात्रा का भव्य रूप आने वाले समय में बढ़ता जाएगा क्योंकि यह कृष्ण की शिक्षास्थली भी है और एक वक्त था जब श्री कृष्ण शिक्षा ग्रहण करने आए थे, तो मथुरा से पैदल ही उज्जैन पहुंचे थे. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस दौरान भगवान श्री कृष्ण की कई लीलाओं का बखान किया.

रिपोर्ट: राहुल राठौर (उज्जैन)

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