Gujjar Community Influence in MP Politics: गुर्जर समाज ने इस बार चुनाव में राजस्थान के बाद मध्यप्रदेश (MP News) की ओर रुख कर दिया है और रतलाम में गुर्जर सम्मेलन में शामिल होने आये गुर्जर आरक्षण समिति अध्यक्ष विजय बैंसला (गुर्जर) ने बयान दिया है कि इस बार मध्यप्रदेश में भी बीजेपी और कांग्रेस ने एमबीसी MBC (Most backward cast) के व्यक्तियों को गुर्जर बाहुल्य विधान सभा और लोक सभा से टिकट नहीं दिया तो जल्द ही गुर्जर समाज एक जुट होकर बड़ी मीटिंग करेगा और गंगा जल लेकर दोनों राजनीतिक दलों के लिए कड़ा निर्णय लेगा.
हमें नेतृत्व मिलना चाहिए: विजय बैंसला
बता दें कि गुर्जर आरक्षण समिति के अध्यक्ष विजय बैंसला ने रतलाम में मीडिया से चर्चा में कहा कि आरक्षण और अन्य मांगे विधानसभा से ही पारित हुई है तो हम कब तक पटरियों पर बैठेंगे. राजस्थान में 75 विधानसभा एमबीसी बाहुल्य है तो इन जगहों पर हमें नेतृत्व मिलना चाहिए. अगर हमारा कोई व्यक्ति नेतृत्व में नहीं होगा चाहे सरकार में या विपक्ष किसी में भी नहीं तो हम जाएंगे कहा. मध्यप्रदेश में देवनारायण योजना हमने अपनी लड़ाई लड़कर लागू कार्रवाई, लेकिन आज तक बजट ही नहीं दिया तो योजना चालू नहीं हुई.
बड़ी रणनीति बन रही है
गुर्जर आरक्षण समिति अध्यक्ष विजय बैंसला ने साफ कहा दिया कि राजनीतिक दल हमें आगे नहीं बढ़ाना चाहते तो हम भी वोट अब देंगे नहीं बल्कि लेंगे, हमें अपना नेतृत्व राजनीति में चाहिए.उन्होंने कहा कि गुर्जर आरक्षण समिति कार्यालय मध्यप्रदेश में भी खोले जा रहे हैं. वहीं आने वाले 15 दिनों में एक बड़ी बैठक समाज की मध्यप्रदेश में होगी और सभी एकजुट होकर गंगाजल हाथ में लेकर कड़े निर्णय लेंगे और राजस्थान की तर्ज पर समाज मध्यप्रदेश में भी रणनीति बना रहे हैं.
मध्यप्रदेश में गुर्जर समाज का प्रभाव
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मध्य प्रदेश में लगभग 35 लाख लोगों वाले प्रभावशाली गुर्जर समुदाय का ग्वालियर-चंबल की सीटों पर महत्वपूर्ण प्रभाव है. पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान उन्होंने 20 विधानसभा सीटों के लिए कांग्रेस से टिकट मांगा था.
रिपोर्ट रिपोर्ट : चंद्रशेखर सोलंकी (रतलाम)