trendingNow/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh11273579
Home >>Madhya Pradesh - MP

पूर्व BJP विधायक का निधन, घर पहुंचकर सीएम शिवराज ने की परिजनों से मुलाकात

आष्टा के पूर्व विधायक रणजीत सिंह गुणवान के निधन पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उनके गृह ग्राम खामखेड़ा जत्रा पहुंच कर श्रद्धांजलि अर्पित की और शोक संवेदना व्यक्त करते हुए परिजनों को ढांढस बंधाया.

Advertisement
पूर्व BJP विधायक का निधन, घर पहुंचकर सीएम शिवराज ने की परिजनों से मुलाकात
Stop
Updated: Jul 25, 2022, 06:30 PM IST

सीहोर: आष्टा विधानसभा से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के पूर्व विधायक रणजीत सिंह गुणवान (Ranjeet Singh Gunwan) का निधन हो गया है. उनके गृह ग्राम में उनकी अंत्येष्टि हो गई है. पूर्व विधायक रणजीत सिंह गुणवान के निधन पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सोमवार को उनके गृह ग्राम खामखेड़ा जत्रा पहुंच कर श्रद्धांजलि अर्पित की और शोक संवेदना व्यक्त करते हुए परिजनों को ढांढस बंधाया.

81 साल की उम्र में हुआ निधन
भारतीय जनता पार्टी के पूर्व विधायक रणजीत सिंह गुणवान का लंबी बीमारी के चलते 23 जुलाई की रात निधन हो गया था. उनका अंतिम संस्कार 24 जुलाई, रविवार को किया गया. उनकी उम्र अभी करीब 81 साल थी. परिवार में पत्नी और बच्चे हैं. दिवंगत नेता गुणवान लगातार चार बार विधानसभा के सदस्य रहे.

ये भी पढ़ें: शिवपुरी में 1 करोड़ के खातिर बेटे ने करवा दी पिता की हत्या, बिहार के गैंगस्टर को दी सुपारी

सीएम शिवराज ने पहले ट्वीट कर जताया था दुख
परिजनों से मिलने से पहले मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व विधायक के निधन पर ट्वीट कर लिखा- जनसेवा हेतु समर्पित BJP के कर्मठ कार्यकर्ता, आष्टा विधानसभा से चार बार विधायक रहे, वरिष्ठ साथी रणजीत सिंह गुणवान जी के निधन का दुखद समाचार प्राप्त हुआ. ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति और परिजनों को यह गहन दु:ख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं.

ये भी पढ़ें: इतने दिन के अंदर सभी नए महापौर को लेनी होगी शपथ, नहीं तो निर्वाचन होगा शून्य

पंच से की थी राजनीति की शुरुआत
बता दें रंजीत सिंह गुणवान ने अपना राजनीतिक कैरियर आष्टा तहसील के अपने गांव खामखेड़ा जत्रा से ही की थी. यहीं से ही उन्होंने सबसे पहले पंच के पद से अपना राजनीतिक जीवन शुरू किया था. उसके बाद वे आष्टा कृषि उपज मंडी के संचालक, जनपद पंचायत के सदस्य भी चुने गए. उनके गृहग्राम खामखेड़ा में उनकी अंतिम यात्रा के समय काफी लोग पहुंचे. इसी से उनके लोकप्रियता का अंदाजा लगाया जा सकता है.

Read More
{}{}