Fathers Day 2023 Special Story: फादर्स डे के अवसर पर, हम आपको आज मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले के एक रिटायर्ड सरकारी शिक्षक लक्ष्मीचंद भालसे की दिल को छू लेने वाली कहानी बताते हैं. जिन्होंने अपने माता-पिता के प्रति अपने प्रेम को दिखाते हुए उन्हें समर्पित एक मंदिर का निर्माण करवाया. अपनी सेवा के वर्षों के दौरान व्यक्तिगत रूप से अपने माता-पिता की सेवा नहीं कर पाने पर अब वे इस मंदिर के माध्यम से पूजा करके, दीप जलाकर और उनके संघर्षों को संजो कर उनकी सेवा करना चाहते हैं.
मंदिर में प्रसाद बांटा गया
गौरतलब है कि जिले के सांघवी ठान में सरकारी रिटायर्ड टीचर लक्ष्मीचंद भालसे ने अपने स्वर्गीय माता पिता के लिए जो कुछ किया वो अपने आप में एक मिशाल है. आज फादर्स डे पर उन्होंने अपने माता-पिता के मंदिर का मुहूर्त कर ग्राम का प्रसाद बंटवाई है.
इसलिए माता-पिता का मंदिर बनवाया?
बता दें कि लक्ष्मी चंद भालसे ने बताया कि दुनिया में माता-पिता से बढ़ कर कुछ और नहीं होता. उन्होंने कहा कि मैं शिक्षक था और अन्यत्र होने के कारण अपने माता-पिता की सेवा नहीं कर पाया क्योंकि सर्विस के दौरान करीब 27 वर्ष बाहर रहा. जबकि, मेरी पढ़ाई-लिखाई में माता पिता ने संघर्ष किया और उनके संघर्ष के कारण ही में पढ़ाई कर पाया और एक शिक्षक के रूप में मुझे सर्विस मिली. अब जब रिटायर्ड हो गया हूं तो माता-पिता साथ नहीं है. इसलिए उनका मंदिर बनवाया ताकि जो उनकी जीते जी सेवा नहीं कर पाया तो कम से कम अब सेवा कर लूं. अब इस मंदिर में पूजन-अर्चन कर दीप जला कर उनकी सेवा उनके संघर्ष को याद करता रहूंगा. उन्होंने कहा कि आज के युवाओं में माता-पिता के प्रति वह सम्मान नहीं देखा जाता जो शायद मेरे मंदिर बना लेने से युवाओं को प्रेरणा मिले ताकि वो अपने मां-बाप की सेवा कर सके.