Rakesh Jhunjhunwala Died: भारत के प्रसिद्ध बिजनेसमैन और इन्वेस्टर राकेश झुनझुनवाला अब इस दुनिया में नहीं रहे. आज सुबह ही उन्हें कार्डियक अरेस्ट आया. जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया और वहां पर पहुंचने पर डॉक्टरों ने दलाल स्ट्रीट के बिग बुल को मृत घोषित कर दिया. बता दें कि राकेश झुनझुनवाला स्टॉक मार्केट के किंग कहे जाते थे. उनकी प्रेडिक्शन बहुत ही शानदार होती थी. COVID 19 महामारी जैसे कठिन समय में भी उन्होंने बहुत सारा प्रॉफिट कमाया था.
पिता ने पैसे देने से कर दिया था इनकार
राकेश झुनझुनवाला का जन्म बॉम्बे में एक राजस्थानी परिवार में हुआ था. उनके पिता इनकम टैक्स कमिश्नर और शेयर बाजार में पैसा इन्वेस्ट करते थे. उन्होंने सिडेनहैम कॉलेज से स्नातक की उपाधि प्राप्त की और उसके बाद उन्होंने भारत के चार्टर्ड एकाउंटेंट्स संस्थान में दाखिला लिया था. पिता की तरह उन्होंने भी शेयर मार्केट में पैसा इन्वेस्ट करने की सोची. हालांकि जब उन्होंने अपने पिता से इसके लिए पैसे मांगे तो उन्होंने पैसे देने से इनकार कर दिया था.
टाटा टी के शेयर से बदली किस्मत
इसके बाद राकेश झुनझुनवाला जब कॉलेज में ही थे तब उन्होंने अपनी सेविंग से स्टॉक मार्केट में इन्वेस्टमेंट करना शुरू कर दिया था. झुनझुनवाला ने 1985 में ₹5000 की इन्वेस्टमेंट से शुरुआत की थी. राकेश झुनझुनवाला को 1986 में पहला बड़ा प्रॉफिट हुआ था. उनका पहला बड़ा लाभ 1986 में ₹5 लाख था. उन्होंने टाटा टी के 5,000 शेयर 143 रुपये की कीमत पर बेचे, जिसे उन्होंने सिर्फ 3 महीने पहले 43 रुपये प्रति शेयर पर खरीदा था. इसके बाद 1986 और 1989 के बीच, उन्होंने लगभग ₹20-25 लाख का लाभ कमाया था. इसके बाद वो निवेश की दुनिया में आगे बढ़ते ही रहे और कुछ ही सालों में दलाल स्ट्रीट के "बिग बुल" बन गए.
जिस शेयर पर रखते थे हाथ उसका बढ़ जाता था रेट
भारत के वॉरेन बफेट कहे जाने वाले राकेश झुनझुनवाला जिस शेयर पर हाथ रखते थे, उसका भाव बढ़ जाता था. बता दें कि 2002-03 में राकेश झुनझुनवाला ने बहुत ही सस्ते दाम में टाइटन कंपनी लिमिटेड के शेयर 3 रुपये की औसत कीमत पर खरीदे थे. मार्च 2022 तक कंपनी में उनकी कुल हिस्सेदारी 5.1% है और उनके पास टाइटन कंपनी के 4.4 करोड़ से अधिक शेयर हैं.
भारत के 36वें सबसे अमीर व्यक्ति
हर्षद मेहता (Harshad Mehta) के बाद उन्हें "बिग बुल ऑफ इंडिया" और "किंग ऑफ बुल कहा जाता था और वे अपने स्टॉक मार्किट प्रिडिक्शन्स के लिए जाने जाते थे. जुलाई 2022 तक उनकी अनुमानित कुल संपत्ति $5.5 बिलियन थी, जिससे वे भारत के 36वें सबसे अमीर व्यक्ति थे. निवेशक के अलावा राकेश एप्टेक लिमिटेड और हंगामा डिजिटल मीडिया एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड के अध्यक्ष थे. साथ ही वो प्राइम फोकस लिमिटेड, जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज, बिलकेयर लिमिटेड, प्राज इंडस्ट्रीज लिमिटेड, प्रोवोग इंडिया लिमिटेड, कॉनकॉर्ड बायोटेक लिमिटेड, इनोवासिंथ टेक्नोलॉजीज (आई) लिमिटेड, मिड डे मल्टीमीडिया लिमिटेड, नागार्जुन कंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड, वायसराय होटल्स लिमिटेड और टॉप्स सिक्योरिटी लिमिटेड के बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर्स में भी थे.