trendingNow/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh11411873
Home >>Madhya Pradesh - MP

रस्सी बम से फटा कान का पर्दा, सरसों तेल डालने से बढ़ा दर्द, डॉक्टर ने कही ये बात

भोपाल में एक युवक  आतिशबाजी कर रहा था, इस दौरान एक सुतली बन कान के पास फट गया. जानकारी के मुताबिक इस बम की आवाज इतनी थी कि युवक के कान का पर्दा ही फट गया,

Advertisement
रस्सी बम से फटा कान का पर्दा, सरसों तेल डालने से बढ़ा दर्द, डॉक्टर ने कही ये बात
Stop
Zee Media Bureau|Updated: Oct 26, 2022, 06:31 PM IST

प्रिया पांडे/भोपाल: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में एक युवक पटाखे फोड़ना बहुत महंगा पड़ गया. युवक आतिशबाजी कर रहा था, इस दौरान एक सुतली बन कान के पास फट गया. जानकारी के मुताबिक इस बम की आवाज इतनी थी कि युवक के कान का पर्दा ही फट गया, और उसे सुनाई देना बंद हो गया. हालांकि शुरुआत में युवक को लगा ये सामान्य है, लेकिन डॉक्टर ने इसकी सच्चाई बताई है.

दरअसल दिवाली की रात तो युवक का कान सुन्न हो गया था, युवक को लगा ये सामान्य है थोड़ी देर में ठीक हो जाएगा. लेकिन फिर जब अगली सुबह कान ने दर्द हुआ तो युवक डॉक्टर के पास गया. जहां युवक को इस सनसनाहत औऱ दर्द के कारण की सच्चाई पता चली. 

Bhai Dooj 2022: भाई दूज पर जेल के अंदर पहुंचा बहन का प्यार, बहनों का चेहरा देख भाइयों का चेहरा खुशी से भरा

कान का पर्दा फट गया
डॉक्टर के पास पहुंचकर जब युवक के कान की एंडोस्कोपी की गई तो पता चला कि युवक के कान का पर्दा फट चुका है. कान के अंदर बड़ा से छेद भी हो गया है. जो एंडोस्कोपी में साफ-साफ देखा जा सकता है. कान के पर्दे फटने और इसमें दर्द होने की डॉक्टर ने वजह भी बताई है. 

पटाखे की  थी बहुत तेज आवाज
ENT एक्सपर्ट डॉक्टर एसपी दुबे ने युवक की जांच के बाद कहा कि युवक के कान में बहुत तेज दर्द हो रहा था. जब हमने एंडोस्कोप डालकर देखा तो उसके कान का पर्दा फटा हुआ था. वहीं युवक द्वारा कान में सरसों के तेल डालने से ये मुसीबत और बढ़ गई, तेज दर्द इसी वजह से होने लगा.

सावधानी से करें आतिशबाजी 
ENT एक्सपर्ट डॉक्टर ने कहा कि पटाखे फोड़ते टाइम कान को अपनी उंगलियों से ढंक देना चाहिए. इसके अलावा आपको बता दें कि राजधानी में अलग-अलग जगह इसी सुतली बम फोड़ने की वजह तकरीबन आधा दर्जन लोगो की आँखों में भी पटाखों से नुकसान हुआ है. इस दौरान पांच लोगों की रोशनी चले जाने की भी खबर है, बाकियों का इलाज किया जा रहा है.

Read More
{}{}