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Rewa News: शहर में नहीं खुले एक भी प्याऊ, पानी के लिए भटक रहे लोग; क्या कर रही नगर निगम

Rewa News: भीषण गर्मी का दौर शुरु हो जाने के बावजूद भी शहर में अभी तक राहगीरों के लिए प्याऊ की व्यवस्था शुरू नहीं हुई है. जिसकी वजह से पैदल चलने वाले राहगीर और वाहन चालक पानी के लिए परेशान हो रहे हैं.   

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Rewa News: शहर में नहीं खुले एक भी प्याऊ, पानी के लिए भटक रहे लोग; क्या कर रही नगर निगम
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Ranjana Kahar|Updated: Apr 21, 2023, 01:39 PM IST

अजय मिश्रा/ रीवा: भीषण गर्मी का दौर शुरू हो जाने के बावजूद भी रीवा शहर में अभी तक राहगीरों के लिए प्याऊ की व्यवस्था नहीं की गई है. जिसकी वजह से पैदल चलने वाले राहगीर और वाहन चालक पानी के लिए परेशान हो रहे हैं. गर्मी के दिनो में राहगीरों को राहत देने नगर निगम के साथ ही सामाजिक संगठन और विभिन्न संस्थानों द्वारा सड़क के किनारे जगह-जगह प्याऊ की व्यवस्था की जाती थी, जिससे चिलचिलाती धूप और गर्मी से परेशान राहगीर इन प्याऊ पर आकर अपना गला तर कर प्यास बुझाते थे. लेकिन इस बार इतनी तेज गर्मी पड़ने के बाद भी शहर में एक भी प्याऊ की व्यवस्था नहीं की गई है, और जिम्मेदार कुछ भी कहने को तैयार नहीं है.

अप्रैल क महीना शुरू हो गया लेकिन एक भी प्याउ नहीं
पिछले वर्षों में प्याऊ की व्यवस्था अप्रैल का महीना शुरू होते ही हो जाती थी. लेकिन इस बार गर्मी ने अपने तेवर मार्च माह से ही दिखाने शुरू कर दिए जिससे राहगीरों को अब रास्तों में ही प्यास की जरूरत महसूस होने लगी. अप्रैल माह शुरू हो चुका है. पारा भी 42 डिग्री के ऊपर पहुंच गया है, लेकिन अभी तक शहर में प्याऊ नहीं खुला है. घर से बाहर निकले लोग पानी नहीं मिलने से प्यास बुझाने के लिए बोतल या फिर पानी का पाउच खरीद रहे हैं.

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गर्मी के दौरान शहर के साई मंदिर रेलवे स्टेशन सहित शहर के कई प्रमुख चौराहों में नगर निगम के साथ ही कई सामाजिक संगठन द्वारा प्याऊ की व्यवस्था की जाती थी. लेकिन अभी तक यह व्यवस्था नहीं शुरू की गई है. भीषण गर्मी के दौरान वैसे तो शहर में कई जगहों पर प्याऊ खोले जाते थे. लेकिन सबसे ज्यादा प्याऊ बाजार क्षेत्र में खुलते थे जिससे बाजार में आने वाले लोग पानी पीकर अपनी प्यास बुझा सके. सड़क के किनारे प्याऊ पर सबसे अधिक निर्भर वो लोग रहते हैं जो गांव से खरीददारी करने के लिए या फिर अन्य कार्यों के लिए शहर में आते हैं. दरअसल, यह लोग अपने साथ पानी की बोतल लेकर नहीं आते प्यास लगने या गला सूखने पर प्याऊ में पहुंचकर प्यास बुझाते हैं.

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कुछ नहीं कर रही नगर निगम
रीवा शहर में गांव से हर दिन हजारों लोग किसी न किसी काम के सिलसिले में आते हैं, जो इन्हीं प्याऊ का उपयोग कर अपनी प्यास बुझाते हैं. लेकिन इसके बावजूद भी शहर में एक भी प्याऊ नहीं खुला और इस ओर न तो जनप्रतिनिधियों ने ध्यान दिया न ही समाजसेवियों ने. वहीं इस मामले पर नगर निगम आयुक्त संस्कृति जैन मीडिया की कैमरे के सामने कुछ भी कहने से बचती हुई नजर आ रही हैं. जब जी मीडिया की टीम ने उनसे फोन पर संपर्क साधा तो उन्होंने कहा कि, बताने के लिए धन्यवाद जल्द ही इस पर अमल किया जाएगा. 

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