trendingNow/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh11208162
Home >>Madhya Pradesh - MP

Chanakya Niti: दुश्मनों को करना चाहते हो परास्त तो जान लें चाणक्य की ये नीतियां, हो जाओगे कामयाब

Chanakya Niti: यदि आप अपने शत्रुओं से परेशान हैं या नहीं जानते हैं कि आपके शत्रु कौन हैं तो इन सभी परेशानियां का निवारण करने के लिए चाणक्य की कुछ नीतियां आपके लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकती हैं. 

Advertisement
प्रतीकात्मक तस्वीर
Stop
Zee News Desk|Updated: Jun 27, 2022, 02:19 PM IST

Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य के बारे में तो आप जानते ही होंगे कि उनके सानिध्य में ही चंद्रगुप्त जैसे आम लड़के ने घनानंद को हराकर मौर्य साम्राज्य की स्थापना की थी. बता दें कि चाणक्य की जो नीतियां है. वो आज भी बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण हैं और इन्हें आजमाकर आप तरह-तरह की समस्याओं से निजात पा सकते हैं. यदि आप अपने शत्रुओं से परेशान हैं या नहीं जानते हैं कि आपके शत्रु कौन हैं तो इन सभी परेशानियां का निवारण करने के लिए चाणक्य की कुछ नीतियां आपके लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकती हैं. 

चाणक्य ने शत्रु को परास्त करने के बारे में क्‍या लिखा,  

अनुलोमेन  बलिनं  प्रतिलोमेन  दुर्जनम्   |
आत्मतुल्यबलं  शत्रुं  विनयेन  बलेन  वा   ||
                          = चाणक्य नीति (७/१० )

इसका मतलब है कि मजबूत लोगों के साथ सकारात्मक व्यवहार करना चाहिए और दुष्टों से इसके विपरीत  व्यवहार करना चाहिए. यदि कोई शत्रु आपके ही समान ताकतवर हो तो उसकी वर्तमान परिस्थिति का आकलन कर तदनुसार उससे नम्र व्यवहार या बल प्रयोग करना चाहिये.

दुश्‍मन के बारे में जानकारी एकत्र करें
चाणक्य का मानना है कि दुश्मन को हराने के लिए सबसे पहले आपको उसके बारे में जानकारी जुटानी होगी. उसकी ताकत के बारे में जानना भी बहुत जरूरी है. जब आप अपने सामने वाले की ताकत के बारे में जानेंगे तो आप उसी के अनुसार अपनी रणनीति बनाएंगे और इस रास्ते पर चलने से ही आपको सफलता मिलेगी.

Chanakya Niti: गलती से भी इन 7 लोगों को नहीं मारना पैर, हो सकता है बहुत नुकसान

चाणक्य का मानना है कि अगर आपका दुश्मन आपसे ज्यादा ताकतवर है तो आपको उसके बारे में सारी जानकारी इकट्ठा करके अपनी रणनीति बनानी चाहिए.  पहले के समय में राजा दूसरे राजा के राज्य पर कब्जा करना चाहता था, इसलिए उसके दुश्मन वही हुआ करते थे. जबकि आज के युग में हम इसके जगह कंपीटीटर शब्द का प्रयोग कर सकते हैं. उदाहरण के लिए, आप एक कंपनी चला रहे हैं और यदि आप चाहते हैं कि आप उस कंपनी को पीछे छोड़ना चाहते हैं जो आपसे आगे है तो ऐसे में चाणक्य की नीतियां आपके बहुत काम आएंगी. 

(Disclamer: यहां दी गई समस्त जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Media इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

Read More
{}{}