MP Lok Sabha Elections 2024: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव समापन के साथ ही लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है. दोनों राजनीतिक दल यानी भाजपा कांग्रेस के साथ ही अन्य सियासी दल भी आम चुनाव के लिए काभी एक्टिव हो गए हैं. बीजेपी 2019 में 28 सीटें जीतने के बाद इस बार 29 जीत के लिए प्लान बना रही है. वहीं विधानसभा के रिकवरी करने के लिए कांग्रेस प्लान कर रही है. आइये ऐसे में समझते हैं आदिवासी अंचल की शहडोल लोकसभा क्षेत्र के समीकरण और इतिहास और विधानसभा क्षेत्रों के परिणाम के अर्थ.
हिंमाद्री सिंह ने जीता था चुनाव
शहडोल लोकसभा में 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी की हिमांद्री सिंह ने जीत हासिल की थी. उनके खिलाफ कांग्रेस की प्रमिला सिंह मैदान में थीं जिन्हें, 3,44,644 वोट यानी कुल पड़े वोटों का 27.84 फीसदी मिली था. जबकि, इस चुनाव में हिमांद्री सिंह को 747,977 वोट यानी कुल पोलिंग का 60.43 फीसदी मिला था. इसे मोदी लहर के साथ ही इलाके में उनके परिवार के होल्ड को बताया जा रहा था.
कांग्रेस से रहा है गहरा नाता
हिमांद्री सिंह क्षेत्र के कद्दावर कांग्रेस नेता और सांसद रहे दलवीर सिंह-राजेश नंदनी की बेटी हैं. हिंमाद्री ने 2016 में दलपत सिंह की मौत के बाद हुए उपचुनाव में कांग्रेस की टिकट से मैदान में थीं और बीजेपी ज्ञान सिंह को कड़ी टक्कर दी थी. 2019 में उन्होंने मन बदला और अपना निशान कमल को बना लिया. उन्हें लोकसभा का टिकट भी मिला और उन्होंने कांग्रेस की प्रमिला सिंह के खिलाफ भारी मतों से जीत हासिल की. इस चुनाव में जीत का अंतर करीब 4 लाख वोटों का था.
क्या है शहडोल का गणित
यहां की 79.25 फीसदी आबादी ग्रामीण क्षेत्र और 20.75 फीसदी आबादी शहरी है. 44.76 अनुसूचित जनजाति और 9.35 अनुसूचित जाति के लोग हैं. वोटरों के संख्या की बात करें तो 2019 लोकसभा चुनाव के अनुसार, इलाके में कुल 1656474 वोटर है. इसमें से 848568 पुरुष और 807881 मिलाएं हैं. जबकि अन्य की संख्या महज 25 है.
क्या है लोकसभा का चुनावी इतिहास?
70 के दशक के बाद से यहां ज्यादातक बीजेपी का ही कब्जा रहा है. साल 1996, 1998, 1999 और 2004 के चुनाव में बीजेपी लगातार जीत मिली थी. लेकिन 2009 के कांग्रेस ने वापसी की. हालांकि, 2014 में एक बार फिर बीजेपी ने वापसी कर ली. यहां 2016 में उपचुनाव हुए जिसमें बीजेपी ने जीत हासिल की और उसेक बाद 2019 में भी भाजपा ने ये सीट जीती.
विधानसभा सीटों का हाल
शहडोल लोकसभा क्षेत्र के अंतरगत शहडोल, अनूपपुर, उमरिया और कटनी की विधानसभा सीटें मिलाकर कुल 8 विधानसभा सीटें आती हैं. इममें 2023 के विधानसभा चुनाव परिणान को देखें तो वर्तमान सांसद के गृह क्षेत्र के अलावा सारी यानी 7 सीटों पर बीजेपी ने जीत हालिस की है. केवल पुष्पराजगढ़ कांग्रेस के खाते में गई है.
सत्ता में वापसी की तैयारियां
मध्य प्रदेश में लोकसभा की 29 सीटें आती हैं, 2019 के चुनाव में बीजेपी ने एकतरफा 28 सीटें जीती थी, जबकि कांग्रेस ने 1 सीट जीती थी. बीजेपी तीसरी बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सत्ता में वापसी की तैयारियों में जुटी है तो कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दल भी पूरी ताकत लगा रहे हैं.