MP Lok Sabha Seat 2024: मध्य प्रदेश में बीजेपी इस बार के लोकसभा चुनाव में प्रदेश की सभी 29 सीटों को जीतने के लक्ष्य के साथ चल रही है, ऐसे में पार्टी एक-एक सीट पर फोकस कर रही है. चुनाव के नजदीक आते ही हर सीट पर दावेदारों के नाम भी आने अब शुरू हो गए हैं. दमोह लोकसभा सीट पर बीजेपी के सबसे सीनियर विधायक और पूर्व मंत्री के बेटे ने एक बार फिर से दावेदारी की है, उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव में भी अपनी दावेदारी की थी, लेकिन परिवारवाद के मुद्दे पर उन्होंने अपना नाम वापस ले लिया था.
गोपाल भार्गव के बेटे ने पेश की दावेदारी
दरअसल, दमोह लोकसभा सीट से मध्य प्रदेश में बीजेपी के सबसे सीनियर विधायक और पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव के बेटे अभिषेक भार्गव ने टिकट की दावेदारी पेश की है. मंगलवार को उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा दमोह लोकसभा सीट के लिए बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं से रायशुमारी करने के लिए पहुंचे थे. इस दौरान अभिषेक भार्गव भी मौजूद रहे. जब उनसे टिकट को लेकर सवाल किया गया तो पूर्व मंत्री के बेटे ने कहा कि उन्होंने तीसरी बार इस सीट से टिकट की दावेदारी पेश की है. क्योंकि बीजेपी में स्वस्थ लोकतंत्र है और यहां सभी को टिकट मांगने का अधिकार है. हालांकि पूर्व मंत्री के बेटे ने कहा कि पार्टी जिसे टिकट देगी, वह उसके लिए काम करेंगे.
2019 में नाम लिया था वापस
बता दें कि गोपाल भार्गव के बेटे अभिषेक भार्गव ने 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में भी दमोह सीट से दावेदारी की थी. हालांकि 2019 में उन्होंने परिवारवाद के मुद्दे पर अपनी दावेदारी वापस ले ली थी. 2014 और 2019 में दमोह सीट से बीजेपी के कद्दावर नेता प्रहलाद सिंह पटेल ने जीत हासिल की थी. जिसके बाद उन्हें मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में मंत्री भी बनाया गया था. हालांकि 2023 के विधानसभा चुनाव में प्रहलाद सिंह पटेल ने नरसिंहपुर विधानसभा विधायक चुने गए हैं, जिसके बाद उन्हें राज्य सरकार में मंत्री भी बनाया गया है. ऐसे में दमोह लोकसभा सीट पर इस बार पार्टी किसी नए प्रत्याशी पर दांव लगा सकती है.
इन नेताओं की भी दावेदारी
दमोह लोकसभा सीट पर इस बार कई दावेदार नजर आ रहे हैं. अभिषेक भार्गव के अलावा, दमोह बीजेपी के जिला अध्यक्ष प्रीतम सिंह लोधी, पूर्व विधायक राहुल सिंह लोधी, पूर्व मंत्री रामकृष्ण कुसमरिया प्रहलाद सिंह पटेल के भाई पूर्व मंत्री जालम सिंह पटेल भी इस सीट से दावेदारों की लिस्ट में हैं. वहीं रायशुमारी करने आये दमोह पहुंचे डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा ने कहा कि नेताओ और कार्यकर्ताओं के साथ रायशुमारी के बाद रिपोर्ट शीर्ष नेतृत्व को भेजी जाएगी. उन्होंने कहा कि टिकट का फैसला आलाकमान की तरफ से ही किया जाएगा. इसलिए रायशुमारी के बाद पूरी जानकारी वह केंद्रीय नेतृत्व को भेज देंगे.
दमोह बीजेपी का मजबूत गढ़
बता दें कि दमोह लोकसभा सीट बीजेपी का मजबूत गढ़ मानी जाती है. पिछले 8 लोकसभा चुनावों से पार्टी यहां से लगातार जीत हासिल करती आ रही है. दमोह लोकसभा में दमोह के अलावा सागर जिले की 3 और छतरपुर जिले की एक विधानसभा सीट आती है, ऐसे में दावेदारों की इस बार लंबी लाइन नजर आ रही है.
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