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Ekadashi 2024: पहले हफ्ते में आ रही है ये खास एकादशी, जानें पूजा विधी

Safala Ekadashi 2024: भारतीय सनातन धर्म में एकादशी का खास महत्व है. लोग इस दिन व्रत रख खुशहाली की कामना करते हैं. साल के पहले हफ्ते में ही सफला एकादशी आ रही है. आइये जानते हैं पूजा विधी और मंत्र, जाप के साथ इसके फल

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Ekadashi 2024: पहले हफ्ते में आ रही है ये खास एकादशी, जानें पूजा विधी
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Shyamdatt Chaturvedi|Updated: Dec 25, 2023, 11:24 PM IST

Safala Ekadashi 2024: हिंदी कैलेंडर के हर महीने में दो एकादशी आती हैं. यानी सालफर में कुल 24 एकादशी होती है. किसी किसी साल ये अंग्रेजी कैलेंडर में एक आद ऊपर नीचे हो जाती है. इस व्रत का हिंदू धर्म में खास महत्व होता है और इनके सभी 24 व्रतों के खास महत्व के साथ इनके नाम और फल भी खास होते हैं. नए साल 2024 की शुरुआत के हफ्ते में सफला एकादशी से हो रही है. आइये जानें पूजा विधी और मंत्र, जाप के साथ फल.

हिंदी कैलेंडर
हिंदी कैलेंडर के अनुसार पौष माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी खास होती है. इसे सफला एकादशी नाम से भी जाना जाता है. जनवरी में पौष का महीना आता 2024 का पहला एकादशी व्रत सफला एकादशी होती है. आइये जानें इसके बारें में

सफला एकादशी व्रत 2024
- 6 जनवरी 2024 को देर रात 12 बजकर 41 मिनट पर पौष माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि शुरू होगी
- एकादशी का समापन 7 जनवरी 2024 को देर रात 12 बजकर 46 मिनट पर होगा
- उदयातिथि के अनुसार 7 जनवरी को सफला एकादशी व्रत रखा जाएगा ये साल की पहली एकादशी

व्रत का महत्व
हिंदू धर्म में प्रत्येक एकादशी का महत्व होता है. सफला एकादशी के नाम से ही स्पष्ट है कि ये सफलता है. इस व्रत से जीवन में सफलता मिलती है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सफला एकादशी का व्रत करने से व्यक्ति को सभी पापों से मुक्ति मिलती है. इस व्रत से मृत्यु के बाद मोक्ष और जीवन में सुख-सौभाग्य मिलता है.

सफला एकादशी के मंत्र
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय
ॐ ह्रीं श्री लक्ष्मीवासुदेवाय नमः
ॐ नमो नारायण
दन्ताभये चक्र दरो दधानं, कराग्रगस्वर्णघटं त्रिनेत्रम्, धृताब्जया लिंगितमब्धिपुत्रया, लक्ष्मी गणेशं कनकाभमीडे
ॐ भूरिदा भूरि देहिनो, मा दभ्रं भूर्या भर, भूरि घेदिन्द्र दित्ससि। ॐ भूरिदा त्यसि श्रुत: पुरूत्रा शूर वृत्रहन्, आ नो भजस्व राधसि
ॐ अं वासुदेवाय नम: ॐ आं संकर्षणाय नम: ॐ अं प्रद्युम्नाय नम: ॐ अ: अनिरुद्धाय नम: ॐ नारायणाय नम:
ॐ ह्रीं कार्तविर्यार्जुनो नाम राजा बाहु सहस्त्रवान, यस्य स्मरेण मात्रेण ह्रतं नष्टं च लभ्यते

Disclaimer: नए साल में सफला एकादशी (Safala Ekadashi 2024) को लेकर यहां दी गई जानकारी सामान्य मीडिया रिपोर्ट के साथ-साथ पंचांग, प्रवचन और कथाओं पर आधारित हैं. इसे लेकर Zee MPCG किसी तरह का कोई दावा नहीं करता है. हमारी उद्देश्य आपतक जानकारी मात्र पहुंचाना है. विस्तार से जानकारी और पुष्टि के लिए आपको धर्म विशेषज्ञों से संपर्क करना चाहिए.

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