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Arun Sao: कौन हैं अरुण साव? जो बने हैं छत्तीसगढ़ के नए BJP प्रदेश अध्यक्ष, संघ की पृष्ठभूमि से है परिवार

Arun Sao New BJP President: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी बिलासपुर से सांसद अरुण साव को दी है.

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Arun Sao
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Zee News Desk|Updated: Dec 04, 2023, 08:31 PM IST

Arun Sao New State President of Chhattisgarh BJP: छत्तीसगढ़ की राजनीति से बहुत ही बड़ी खबर सामने आई है. भारतीय जनता पार्टी ने संगठन को लेकर एक महत्वपूर्ण फैसला लिया है. बीजेपी ने प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सांसद अरुण साव को दी है और विष्णुदेव साय पद से हटाये गए.  गौरतलब है अगले साल 5 राज्यों के साथ छत्तीसगढ़ में भी विधानसभा चुनाव हैं और वर्तमान में राज्य में कांग्रेस की सरकार है. इसीलिए सत्ता में वापसी के लिए बीजेपी पूरी तैयारी में जुटी हुई हैं और उसी के तहत यह एक महत्वपूर्ण फैसला माना जा सकता है.

कौन हैं अरुण साव?
(who is arun sao) अरुण साव 2019 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) के टिकट से बिलासपुर से सांसद (MP from Bilaspur) चुने गए थे. साव मुंगेली के रहने वाले हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा आलाकमान ने 2014 में 1.76 लाख वोटों से सांसद बने लखनलाल साहू का टिकट काटकर उन्हें बिलासपुर से उम्मीदवार बनाया था.

एबीवीपी से थे जुड़े
उन्होंने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत एबीवीपी से की थी. वह छात्र जीवन में इस संगठन में पूरी तरह से सक्रिय रहे. वे  1990 से 95 एबीवीपी की मुंगेली इकाई के अध्यक्ष रहे और बाद में राष्ट्रीय कार्य समिति के सदस्य भी बने. अरुण साव ने मुंगेली से ग्रेजुएशन किया था और उनके पास ला की डिग्री है. उन्होंने बिलासपुर से लॉ की पढ़ाई की थी. 1996 में वो युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष और तत्कालीन विधायक अमर अग्रवाल के साथ महासचिव रहे.

 

संघ की पृष्ठभूमि के कारण बने प्रदेश अध्यक्ष
2019 में जब उनको लोकसभा के चुनाव में सांसद का टिकट दिया गया तो यह बात सामने आई थी कि उनको भारतीय जनता पार्टी से प्रत्याशी इसलिए बनाया गया क्योंकि वो संघ की पृष्ठभूमि से हैं. इनके पिताजी अभयराम साव जनसंघ के वरिष्ठ कार्यकर्ता और संघ के स्वयंसेवक थे और  पुरानी पृष्ठभूमि के चलते संगठन ने इन पर विश्वास जताते हुए पहले सांसद टिकट दिया और आप इतनी बड़ी जिम्मेदारी मिली है.

बता दें कि पूर्व में केंद्रीय मंत्री बनने को लेकर भी उनका नाम चर्चा में आया था और आने वाले विधानसभा चुनाव में उनको प्रदेश अध्यक्ष बनाना भारतीय जनता पार्टी के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है क्योंकि अरुण साओ साहू समाज से ताल्लुक रखते हैं और यह जाति छत्तीसगढ़ में ओबीसी वर्ग में बहुसंख्यक है. इसलिए वह संगठन की पहली पसंद बने होंगे.उनकी संगठन में साफ-सुथरी इमेज है. इसी के चलते इनको प्रदेश अध्यक्ष जैसी बड़ी जिम्मेदारी मिली है.

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