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केरल या केरलम? राज्य सरकार के प्रस्ताव पर भड़की बीजेपी

Kerala news: मुख्यमंत्री पी. विजयन के मुताबिक मलयालम भाषा में केरल को केरलम कहा जाता है. केरल की राज्य सरकार की ये दलील है कि केरल का नाम केरलम किए जाने की मांग के पीछे राज्य का मकसद सिर्फ मलयाली लोगों के भाषा, संस्कृति और पहचान को बढ़ावा देना है. वहीं बीजेपी इसे केरल को बांटने की साजिश बता रही है.

केरल या केरलम? राज्य सरकार के प्रस्ताव पर भड़की बीजेपी
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Shwetank Ratnamber|Updated: Jun 26, 2024, 02:26 PM IST

Kerala or Keralam: दक्षिण भारत के राज्य केरल में अब नया विवाद खड़ा हो गया. एक तरफ जहां केरल राज्य के विभाजन की मांग उठाई जा रही है. तो दूसरी तरफ पी विजयन सरकार केरल का नाम बदलना चाहती है. सियासी शोर शराबे के बीच SYS के नेता मुस्तफा मुण्डुपरा ने केरल के 2 टुकड़े करने की वकालत की है. मुस्तफा मुण्डुपरा का कहना है कि केरल को दो टुकड़ों में बांटकर मालाबार एक अलग राज्य बनाया जाए. 

SYS नेता मुस्तफा मुण्डुपरा ने कहा, 'अगर मालाबार के लोग दक्षिणी केरल के लोगों के जितना ही टैक्स अदा करते हैं तो हमें यहां वही सुविधाएं मिलनी चाहिए. अगर यह अन्याय देखने पर किसी हिस्से से अलग मालाबार राज्य की मांग उठती है तो हम उन्हें दोष नहीं दे सकते हैं.'

दूसरी तरफ केरल विधानसभा में सोमवार को सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया गया.

- जिसमें राज्य का नाम केरल से बदलकर केरलम करने की मांग की गई. 
- ये प्रस्ताव केंद्र सरकार को भी भेजा गया है.

बीजेपी ने आपत्ति जताई

हालांकि पी. विजयन सरकार के इस प्रस्ताव पर बीजेपी ने आपत्ति जताई है. केरल बीजेपी ने एक पोस्ट करते हुए लिखा कि कई लोगों की तरफ से अभी भी बहुत कुछ कहा जा रहा है. वो केरल को बांटने की साजिश करेंगे तो ये मत सोचना कि हम उनके लिए कालीन बिछा देंगे. हम इसका विरोध करेंगे.' मुख्यमंत्री पी. विजयन के मुताबिक मलयालम भाषा में केरल को केरलम कहा जाता है. केरल की राज्य सरकार की ये दलील है कि केरल का नाम केरलम किए जाने की मांग के पीछे राज्य का मकसद सिर्फ मलयाली लोगों के भाषा, संस्कृति और पहचान को बढ़ावा देना है. जबकि दूसरी ओर बीजेपी इसे केरल को बांटने की साजिश बता रही है. हालांकि देखना होगा कि राज्य सरकार के नाम बदलने वाले प्रस्ताव पर केंद्र सरकार क्या फैसला लेती है.

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