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अद्भुत, अविश्वसनीय, अकल्पनीय... भारत की बेटी काम्या ने सबसे कम उम्र में फतह किया माउंट एवरेस्ट

Who is Kaamya Karthikeyan: नेवी ने अपने बयान में कहा, 'इस सफलता के साथ ही काम्या दुनिया की सबसे ऊंची चोटी पर चढ़ाई करने वाली दुनिया की दूसरी सबसे कम उम्र की लड़की और नेपाल की ओर से एवरेस्ट फतह करने वाली सबसे कम उम्र की पहली भारतीय पर्वतारोही बन गई है.' 

अद्भुत, अविश्वसनीय, अकल्पनीय... भारत की बेटी काम्या ने सबसे कम उम्र में फतह किया माउंट एवरेस्ट
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Rachit Kumar|Updated: May 23, 2024, 09:23 PM IST

Mt Everest: कहते हैं पूत के पांव पालने में नजर आ जाते हैं. कुछ कर गुजरने का सिर्फ जिगरा होना चाहिए. भारत की बेटियों के हौसले के आगे जमीन क्या और आसमान क्या. इसी फेहरिस्त में अब एक और नाम शामिल हो गया है, वो है काम्या कार्तिकेयन का, जो दुनिया की सबसे ऊंची पर्वत चोटी माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली सबसे कम उम्र की भारतीय बन गई हैं.

एवरेस्ट चढ़ने वाली भारत की सबसे यंग पर्वतारोही

काम्या की उम्र सिर्फ 16 साल है. जमशेदपुर के टाटा स्टील एडवेंचर फाउंडेशन (टीएसएएफ) के एक अधिकारी ने बताया कि काम्या ने अपने पिता और भारतीय नेवी के कमांडर एस. कार्तिकेयन के साथ एवरेस्ट की चोटी को फतह किया.

उन्होंने बताया कि बाप-बेटी ने 20 मई को एवरेस्ट की 8,849 मीटर ऊंची चोटी पर पहुंचे. नेवी अफसर की बेटी काम्या मुंबई के नौसेना बाल विद्यालय में 12 क्लास में पढ़ती हैं. नेवी ने अपने बयान में कहा, 'इस सफलता के साथ ही काम्या दुनिया की सबसे ऊंची चोटी पर चढ़ाई करने वाली दुनिया की दूसरी सबसे कम उम्र की लड़की और नेपाल की ओर से एवरेस्ट फतह करने वाली सबसे कम उम्र की पहली भारतीय पर्वतारोही बन गई है.' अब काम्या का अगला टारगेट दिसंबर में अंटार्कटिका में माउंड विंसन मैसिफ की फतह करने का है. यह करते ही वह सबसे कम उम्र में 7 समिट चैलेंज को पूरा करने वाली पर्वतारोही बन जाएंगी.

नेवी ने भी की साहस की तारीफ

इंडियन नेवी ने एक्स पर काम्या की तस्वीरें शेयर की हैं. उन्होंने कहा, 'काम्या ने सात महाद्वीपों में से छह में सबसे ऊंची चोटियों पर चढ़ाई करने में अपार साहस और धैर्य दिखाया है.' वहीं टीएसएएफ के अध्यक्ष चाणक्य चौधरी ने  कहा, 'इतनी कम उम्र में माउंट एवरेस्ट को फतह करने की काम्या कार्तिकेयन की असाधारण उपलब्धि पर हमें बेहद गर्व है. उनकी यात्रा दृढ़ता, सावधानीपूर्वक तैयारी और अटूट दृढ़ संकल्प की भावना का प्रमाण है.' काम्या प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल शक्ति पुरस्कार से सम्मानित की जा चुकी हैं. यह पुरस्कार देश में बच्चों को उनकी असधारण उपलब्धि के लिए दिया जाता है.

(एजेंसी इनपुट के साथ)

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