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Haryana Politics: कुमारी शैलजा का पूर्व CM हुड्डा पर निशाना, गुलाम नबी आजाद से मुलाकात पर की ये मांग

Haryana Congress: कांग्रेस पार्टी आलाकमान तक सीधी पहुंच रखने वाले हुड्डा काफी समय से पार्टी और उसके आयोजनों से दूरी बनाते हुए दिख रहे हैं. वहीं गुलाम नबीं आजाद क ेकांग्रेस छोड़ने के बाद हुई हुड्डा और आजाद की मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं.

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Zee News Desk|Updated: Sep 01, 2022, 01:48 PM IST

Haryana Congress Tussle: कांग्रेस (Congress) पार्टी को छोड़ने के बाद जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) लगातार एक्टिव हैं. आजाद से अब हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा (Bhupinder Singh Hooda) की मुलाकात पर अब कांग्रेस की पूर्व प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा ने जमकर निशाना साधा है. सैलजा ने वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं से भूपेंद्र सिंह हुड्डा की‌ शिकायत की है.

आलकमान से कार्रवाई की मांग 

इस सिलसिले में कुमारी सैलजा ने कहा कि ऐसी मेल मुलाकातों से ही कांग्रेस कमजोर हो रही है. जो कांग्रेस छोड़ चुके हैं, उनसे मुलाकात के लिए यदि हाईकमान ने कहा है तो हुड्डा को इस बात का खुलासा करना चाहिए. इसी के साथ सैलजा ने प्रदेश कांग्रेस नेता विवेक बंसल को पत्र लिखकर आलाकमान से हुड्डा के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है. वहीं खबर ये भी सामने आ रही है कि सैलजा ने बंसल के अलावा भी कई वरिष्ठ कांग्रेसियों से भूपेंद्र सिंह हुड्डा की‌ शिकायत की है.

अदावत का दौर जारी

हरियाणा विधानसभा चुनाव के बाद से ही पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा और पार्टी नेता कुमारी शैलजा एक दूसरे पर जमकर बरस रहे हैं. हरियाणा में कांग्रेस के इन दोनों ही नेताओं के गुट बन चुके हैं. यही वजह है कि अब कुमारी शैलजा ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ सोनिया गांधी तक को चिट्ठी लिखते हुए हुड्डा को कारण बताओ नोटिस जारी करने की मांग की है. 

हरियाणा कांग्रेस में क्या चल रहा है?

दरअसल हरियाणा के पूर्व सीएम भूपिंदर सिंह हुड्डा के कहने पर कांग्रेस ने बीते दिनों प्रदेश का नया अध्यक्ष उदयभान को बनाया था. उदयभान को कुमारी शैलजा की जगह यह जिम्मेदारी दी गई जिनसे हुड्डा की नहीं बनती थी. हरियाणा कांग्रेस में हुए इस बदलाव को हाईकमान और भूपिंदर सिंह हुड्डा के बीच सीजफायर के तौर पर देखा गया था. इसकी वजह ये बताई जा रही थी कि हुड्डा भी G-23 की उस टीम में शामिल थे, जिन्होंने सोनिया गांधी को लेटर लिखकर पार्टी में बड़े बदलावों की मांग की थी. तब हुड्डा को हरियाणा कांग्रेस में अपरहैंड देने से माना जा रहा था कि वो अपना रुख छोड़ देंगे. हालांकि इससे इतर जब उन्होंने गुलाम नबी आजाद से मुलाकात की तो शैलजा कुमारी ने उनकी शिकायत करने में जरा भी देर नहीं लगाई.

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