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IAS Pooja Khedkar: ट्रेनी IAS पूजा खेडकर पर बड़ा एक्शन, ट्रेनिंग रद्द कर मसूरी एकेडमी की गईं तलब

महाराष्ट्र की ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर की नौकरी खतरे में पड़ती जा रही है. संघ लोक सेवा आयोग ने उन्हें ट्रेनिंग के बीच में ही पत्र भेजकर मसूरी एकेडमी में रिपोर्ट करने का आदेश दिया है. उन पर दिव्यांग सर्टिफिकेट हासिल कर नौकरी पाने का आरोप है.   

IAS Pooja Khedkar: ट्रेनी IAS पूजा खेडकर पर बड़ा एक्शन, ट्रेनिंग रद्द कर मसूरी एकेडमी की गईं तलब
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Devinder Kumar|Updated: Jul 16, 2024, 07:49 PM IST

IAS Pooja Khedkar News: महाराष्ट्र की ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर की नौकरी खतरे में पड़ती जा रही है. संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने उन्हें ट्रेनिंग के बीच में ही पत्र भेजकर मसूरी एकेडमी में रिपोर्ट करने का आदेश दिया है. उन पर गलत तरीके से दिव्यांग कोटा हासिल कर नौकरी पाने का आरोप है. 

सोशल मीडिया पर तूल पकड़ने के बाद UPSC का एक्शन

सूत्रों के मुताबिक सोशल मीडिया पर इस मामले के तूल पकड़ने के बाद UPSC इस मामले में कार्रवाई को मजबूर हुआ है. आयोग के आदेश पर मसूरी की लाल बहादुर शास्त्रीय प्रशासनिक अकादमी ने पूजा खेडकर की ट्रेनिंग रद्द कर उन्हें 23 जुलाई से पहले एकेडमी में रिपोर्ट करने का आदेश दिए हैं. साथ ही उनके दिव्यांग सर्टिफिकेट की जांच के भी आदेश जारी किए गए हैं. 

पूजा खेडकर के मेडिकल सर्टिफिकेट की जांच हुई शुरू

एकेडमी के पत्र के बाद महाराष्ट्र सरकार ने पूजा खेडकर के जिला प्रशिक्षण कार्यक्रम को स्थगित कर दिया है. साथ ही उनके दिव्यांग प्रमाण पत्र की जांच शुरू करवा दी है. पुणे के दिव्यांग कल्याण आयुक्त ने पुणे के जिलाधिकारी और पुलिस आयुक्त को पत्र लिखकर सर्टिफिकेट की तुरंत जांच करवाने को कहा है. अपने पत्र में उन्होंने लिखा है कि अगर पूजा खेडकर का दिव्यांग सर्टिफिकेट फर्जी निकलता है तो उसे जारी करने वाले डॉक्टर और पूजा खेडकर पर कार्रवाई भी सुनिश्चित की जाए. 

क्यों मुश्किलों में हैं IAS पूजा खेडकर?

असल में पूजा खेडकर दिव्यांग कोटे के तहत यूपीएसएसी एग्जाम क्लियर कर आईएएस बनी हैं. आयोग के नियमों के मुताबिक यह कोटा हासिल करने के लिए 40 प्रतिशत विकलांगता होनी चाहिए लेकिन पूजा खेडकर का मेडिकल सर्टिफिकेट तैयार करने वाले यशवंतराव चव्हाण मेमोरियल अस्पताल के डीन डॉ. राजेंद्र वाबले के मुताबिक जांच में उनके बायें घुटने में 7 प्रतिशत विकलांगता मिली थी, जिसके आधार पर उन्हें विकलांगता प्रमाण पत्र जारी किया गया था, जो कि यूपीएससी के मानक से काफी कम है. 

सरकारी बोर्ड के सामने नहीं कराया मेडिकल

इतना ही नहीं, उन्होंने आयोग की ओर से तय दिल्ली के सरकारी अस्पताल में बने मेडिकल बोर्ड के सामने भी अपना मेडिकल नहीं करवाया, जो कि नियुक्ति के लिए अनिवार्य शर्त है. उन्हें मेडिकल टेस्ट में पेश होने के लिए 6 मौके दिए गए लेकिन उन्होंने हर बार बहाना बनाकर इसे टाल दिया. बाद में उन्होंने बाहरी एजेंसी से अपना मेडिकल करवाकर भेजा, जिसे आयोग ने नकार दिया. हालांकि बाद में उसने यह सर्टिफिकेट कबूल कर उन्हें आईएएस कॉडर अलॉट कर ट्रेनिंग पर भेज दिया था. 

पुणे कलेक्टर के खिलाफ दी शिकायत

वाशिम पुलिस के सूत्रों के मुताबिक सोमवार देर शाम पूजा खेडकर ने पुणे जिला कलेक्टर के खिलाफ पुलिस में उत्पीड़न की शिकायत दी. इसके लिए उन्होंने कल रात वाशिम पुलिस की टीम को गवर्नमेंट गेस्ट हाउस बुलाया था. रात में तीन महिला अधिकारियों ने पूजा खेडकर से तीन घंटे तक बातचीत की. गौरतलब है कि पुणे कलेक्टर ने ही पूजा खेड़कर की गैर-जरूरी मांगों को लेकर शिकायत पत्र चीफ सेक्रेटरी को लिखा था, जिसके बाद उनका तबादला कर दिया गया था.

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