Hindi News >>देश
Advertisement

Hathras Stampede: आम ही नहीं.. खास भी हैं नारायण साकार हरि के 'भक्त', अखिलेश की पुरानी पोस्ट वायरल

Hathras Stampede News: उत्तर प्रदेश के हाथरस में नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के सत्संग में भगदड़ ने 50 से ज्यादा लोगों की जान ले ली है. सत्संग खत्म हो चुका था और लोग बाबा के चरणों की धूल के लिए दौड़ पड़े.

Hathras Stampede: आम ही नहीं.. खास भी हैं नारायण साकार हरि के 'भक्त', अखिलेश की पुरानी पोस्ट वायरल
Stop
Gunateet Ojha|Updated: Jul 02, 2024, 08:04 PM IST

Hathras Stampede News: उत्तर प्रदेश के हाथरस में नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के सत्संग में भगदड़ ने 50 से ज्यादा लोगों की जान ले ली है. सत्संग खत्म हो चुका था और लोग बाबा के चरणों की धूल के लिए दौड़ पड़े. हजारों की संख्या में भक्त दौड़े तो सारी व्यवस्था चरमरा गई. लोगों की जान चली गई. नारायण साकार हरि के भक्तों की संख्या लाखों में है. उनके चाहने वालों में आम ही नहीं बल्कि खास भी शामिल हैं. हाथरस की घटना के बाद अखिलेश यादव की एक पुरानी पोस्ट वायरल हो रही है.

नारायण साकार हरि के बारे में कहा जाता है कि वे उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के करीबी हैं. हाथरस में हुई भगदड़ के बाद नारायण साकार हरि के पुराने सत्संग की तस्वीरें वायरल हो रही हैं. बाबा के जिस पुराने सत्संग की तस्वीर वायरल हो रही है, उसमें अखिलेश यादव भी भक्त के तौर पर पहुंचे थे. 

अखिलेश यादव ने नारायण साकार हरि के सत्संग की तस्वीरें अपने एक्स हैंडल पर शेयर की थी. अखिलेश ने पिछले साल 3 जनवरी को ये तस्वीरें शेयर की थीं. चार तस्वीरें शेयर करते हुए अखिलेश ने लिखा था.. नारायण साकार हरि की सम्पूर्ण ब्रह्मांड में सदा - सदा के लिए जय जयकार हो... बता दें कि नारायण साकार हरि का अनुसरण करने वालों की संख्या लाखों में हैं. खासकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में नारायण साकार हरि को लोग भगवान की तरह पूजते हैं.

हादसे की बात करें तो उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में मंगलवार दोपहर नारायण साकार हरि का सत्संग खत्म होने के बाद मची भगदड़ में कम से कम 60 लोगों की मौत हो गई. मरने वाले लोगों में ज्यादातर महिलाएं हैं. पुलिस की शुरुआती जांच में कहा जा रहा है कि आयोजन स्थल पर घुटन के कारण 'सत्संग' में भाग लेने वाले लोगों में बेचैनी हुई. इसके बाद, लोग भागने लगे, जिससे भगदड़ मच गई. घटना के सही कारण की जांच की जा रही है.

प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो भगदड़ तब हुई जब धार्मिक आयोजन समाप्त हो गया था. हर कोई जगह छोड़ने के लिए दौड़ रहा था. घटनास्थल पर अनुयायियों की भारी भीड़ जमा थी. बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं था, और हर कोई एक-दूसरे पर गिर गया, और भगदड़ मच गई. कई लोग बेहोश होकर गिरने लगे. भगदड़ में लोग एक के ऊपर एक चढ़ते हुए भागने लगे. सीएम योगी ने हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने का ऐलान किया है.

{}{}