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Gyanvapi ASI Report: ज्ञानवापी में मंदिर होने के 13 सबूत, महामुक्ति मंडप से औरंगजेब के फरमान तक क्या-क्या मिला?

ASI Survey Gyanvapi: ज्ञानवापी पर ASI सर्वे रिपोर्ट का हवाला देते हुए हिंदू पक्ष ने दावा किया है कि मौजूदा ढांचे के निर्माण से पहले वहां एक बड़ा हिंदू मंदिर मौजूद था. मंदिर को तोड़कर मस्जिद को बनाया गया. प्राचीन मंदिर के अवशेष अभी भी मौजूद हैं.

Gyanvapi ASI Report: ज्ञानवापी में मंदिर होने के 13 सबूत, महामुक्ति मंडप से औरंगजेब के फरमान तक क्या-क्या मिला?
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Vinay Trivedi|Updated: Jan 26, 2024, 07:52 AM IST

Gyanvapi Survey Report: ज्ञानवापी के ASI सर्वे पर बड़ा खुलासा हुआ है. बता दें कि ASI सर्वे रिपोर्ट (Gyanvapi ASI Survey Report) गुरुवार रात को सार्वजनिक कर दी गई. 839 पेज की रिपोर्ट हिंदू-मुस्लिम दोनों पक्षों को सौंपी गई है. इसके बाद हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने दावा किया है कि रिपोर्ट में मंदिर होने के 32 सबूत मिले हैं. विष्णु जैन ने दावा किया कि मस्जिद की पश्चिमी दीवार से साफ पता चला है कि वह मंदिर की दीवार है. उन्होंने कहा कि मंदिर को 17वीं शताब्दी में तोड़ा गया और अवशेषों का मस्जिद में इस्तेमाल किया गया.

औरंगजेब का मंदिर तोड़ने वाला आदेश मिला

ASI सर्वे की रिपोर्ट के अनुसार, हिंदू पक्ष ने दावा किया है कि औरंगजेब ने मंदिर गिराने का आदेश दिया था. परिसर में हिंदू मंदिर होने के कई प्रमाण मिले हैं. ASI सर्वे के हवाले से जो खुलासा हुआ है वो काफी चौंकाने वाला है. रिपोर्ट के अनुसार यहां पहले बड़ा मंदिर था. ASI के मुताबिक, एक पत्थर मिला है जिस पर फारसी में औरंगजेब का वो आदेश लिखा है, जिसमें मंदिर को गिराने का आदेश था. ये पत्थर टूटा हुआ है जिस पर मस्जिद बनाने की तारीख लिखी थी, जिसे मिटाया गया है. यह भी दावा किया गया कि मस्जिद के लिए मंदिर के खंबों का इस्तेमाल किया गया. तहखाने में हिंदू मंदिर के खंबे मिले हैं. थोड़े बदलाव के साथ खंबों का इस्तेमाल हुआ है.

ज्ञानवापी में हिंदू मंदिर की निशानियां

सर्वे में चौड़ा कुंआ दिखाई दिया है. परिसर में हिंदू मंदिर होने के कई प्रमाण मिले हैं. हिंदू-देवी देवताओं की मूर्तियां मिलीं हैं. चौखट पर पशु पक्षियों के चित्र बने हुए हैं. स्वास्तिक और नाग देवता के निशान हैं. मस्जिद की पश्चिमी दीवार को मंदिर का हिस्सा बताया गया. सर्वे में कमल पुष्प और घंटियों के निशान मिले हैं.

ज्ञानवापी में मिले 13 अहम सबूत

बता दें कि ASI की रिपोर्ट में जितनी चीजें मिली हैं, उन्हें डॉक्यूमेंट किया गया है. साइंटिफिक सर्वे बिना किसी चीज को नुकसान पहुंचाए किया गया है. ये 13 सबूत हैं जो ज्ञानवापी फैसले का आधार बन सकते हैं.

- GPR सर्वे में कॉरिडोर के बगल में एक कुआं मिला है. जो पहले का Pre Existing स्ट्रक्चर है.

- हिंदू मंदिर के खंभों के ऊपर निर्माण किया है. ये कहा जा सकता है कि यहां बड़ा भव्य हिंदू मंदिर था.

- Pre Existing Structure का बड़ा सेंट्रल चैंबर था और नॉर्थ, साउथ, ईस्ट, वेस्ट में भी चैंबर था. तीन चैंबर्स के हिस्से अभी भी देखे जा सकते हैं.

- सेंट्रल चेम्बर मेन एंट्रेंस है. यहां पर प्री एग्जिस्टिंग सेंट्रल चेम्बर है. उसके चारों दिशाओं में चेम्बर है. एएसआई ने कहा कि ये हिंदू मंदिर का पार्ट है.

- पश्चिमी दीवार जो इस मस्जिद की बताई जाती है, वो एक Pre Existing Structure है जो हिंदू मंदिर का हिस्सा है.

- Pillar और प्लास्टर जो अभी की मस्जिद का हिस्सा है, वो पुराने बड़े मंदिर का ही पार्ट है. जिसे थोड़े से मोडिफिकेशन के बाद मस्जिद के लिए इस्तेमाल किया गया है.

- Pillar के अंदर जो नक्काशी हिंदू मंदिर के लिए की गई थी, उसे नुकसान पहुंचाया गया था.

- ASI के मुताबिक, जो 32 जगह पर Inscription मिले हैं वो देवनागरी, तेलगु और कन्नड़ भाषा में लिखे गए हैं.

-  एक Inscription जो मिला है उसमें एक पर महामुक्ति मंडप लिखा है.

- यहां पहले हिंदू मंदिर था. देवनागरी ग्रंथ तेलगु और कन्नड़.जनार्दना, रुद्र और उमेश्वर ये तीन नाम इंगित दिखे.

- महामुक्ति मंडप भी यहां लिखा दिखा है.

- ASI के मुताबिक, एक पत्थर मिला है जिस पर फारसी में लिखा है. उसमें औरंगजेब का वो आदेश लिखा है जिसमें मंदिर को गिराने का आदेश दिया गया था.

- ये पत्थर टूटा हुआ है. एक पत्थर ज्ञानवापी के एक कमरे से मिला है, जिस पर मस्जिद बनाने की तारीख लिखी थी, जिसे मिटाया गया है.

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