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Gujarat: गुजरात सिर्फ तीन चीजें चाहता है, 'परिवर्तन-परिवर्तन और परिवर्तन': राघव चड्ढा

Gujarat Election: राघव चड्ढा ने आज मंगलवार को आरोप लगाया कि आईबी की रिपोर्ट के बाद गुजरात में 'मैच फिक्सिंग' के लिए बीजेपी और कांग्रेस ने हाथ मिलाया है. 

Gujarat: गुजरात सिर्फ तीन चीजें चाहता है, 'परिवर्तन-परिवर्तन और परिवर्तन': राघव चड्ढा
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Zee News Desk|Updated: Oct 05, 2022, 01:23 PM IST

Gujarat Assembly Election 2022: आम आदमी पार्टी (आप) गुजरात के सह प्रभारी और सांसद राघव चड्ढा ने भारी बहुमत से गुजरात विधानसभा चुनाव जीतने का दावा किया है. उन्होंने कहा कि वह गुजरात में जहां भी जा रहे हैं, लोग 'परिवर्तन' की ही बात कर रहे हैं. उन्होंने समाज के विभिन्न वर्गों के साथ बातचीत की. एक हीरा कारखाने का दौरा किया और कई श्रमिकों के साथ उनकी समस्याओं के बारे में विस्तृत चर्चा की.

'आप' आम लोगों की पार्टी है

सोमवार को सूरत में राघव चड्ढा ने सरदार बल्लभ भाई पटेल की मूर्ति पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और एक जनसभा को संबोधित किया. जनसभा को संबोधित करते हुए चड्ढा ने कहा कि इस अभियान के दौरान, वह राज्य के विभिन्न कस्बों और गांवों का दौरा कर चुके हैं और हर जगह उन्होंने लोगों को यह कहते सुना है कि उन्हें केवल तीन चीजें चाहिए- 'परिवर्तन परिवर्तन और परिवर्तन'. उन्होंने कहा कि 'आप' आम लोगों की पार्टी है. पहले गुजरात के लोगों के पास कोई विकल्प नहीं था. गुजरात में पिछले 27 साल से भ्रष्ट भाजपा सरकार से लोग तंग आ चुके हैं. लेकिन अब, उन्हें एक अच्छा और ईमानदार विकल्प मिल गया है. लोग चाहते हैं कि राज्य में ठीक उसी तरह अच्छा काम हो जैसे दिल्ली और पंजाब में हुआ है.  

दिल्ली ने किसी और पार्टी की तरफ नहीं देखा

उन्होंने लोगों को याद दिलाया कि 2015 में आप की सरकार बनने से पहले दिल्ली में मतदाता के पास कोई विकल्प नही था, इसलिए वे 15 साल तक कांग्रेस और भाजपा को बारी-बारी से चुनने को मजबूर थे. कहा जाता था कि दिल्ली में कांग्रेस के अलावा कोई और पार्टी सरकार नहीं बना सकती. लेकिन जब से आप की सरकार बनी है, दिल्ली ने किसी और पार्टी की तरफ नहीं देखा. इसी तरह पंजाब में लोगों ने अकाली और कांग्रेस की बारी-बारी से सरकारों के 50 साल के शासन से खुद को मुक्त कर लिया है.

जब भी देश खतरे में था..

उन्होंने कहा, "अगर पंजाबी और दिल्लीवासी सही राजनीति का रास्ता दिखा सकते हैं, तो गुजराती कैसे पीछे रह सकते हैं?" उन्होंने कहा कि जब भी देश खतरे में था, गुजरात अत्याचार के खिलाफ लड़ने में सबसे आगे रहा है. गुजरातियों ने जिस तरह भारत से ब्रिटिश शासन को उखाड़ फेंका, वैसे ही वे अब भाजपा को उखाड़ फेंकने के लिए तैयार हैं. "यह किसी चमत्कार से कम नहीं है." 'डायमंड सिटी' सूरत के लोगों की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा, "मैं धन्य हूं कि मुझे आपकी शिकायतें सुनने और आप सभी के साथ अपने विचार साझा करने का मौका मिला. आप सभी एक हीरा हैं जो अपने-अपने क्षेत्र में कड़ी मेहनत कर रहे हैं. मैं आप सभी को विश्वास दिलाता हूं कि हम गुजरात में सुधार के लिए लगन से काम करेंगे.

भाजपा पर कांग्रेस से हाथ मिलाने का आरोप

उन्होंने सत्तारूढ़ भाजपा पार्टी और कांग्रेस पर आगामी राज्य विधानसभा चुनावों में आप को हराने के लिए हाथ मिलाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि भाजपा आप की बढ़ती लोकप्रियता और आईबी की इस रिपोर्ट के बाद इतनी डर हुई है कि उन्होंने एक इमारत को बुलडोजर से उड़ा दिया जहां अरविंद केजरीवाल को एक बैठक में शामिल होना था. गुजरात जैसे शांतिपूर्ण राज्य में भाजपा द्वारा की जा रही नफरत और बदले की राजनीति को लोग कभी स्वीकार नही करेंगे.

भाजपा केवल आप की आलोचना करती है

सांसद ने कहा कि इंटेलिजेंस ब्यूरो की एक रिपोर्ट के मुताबिक अगर अभी चुनाव हुए , तो आप के जीतने की सबसे अधिक संभावना है. इसलिए “भाजपा और कांग्रेस ने एक-दूसरे के साथ गुप्त बैठकें करना शुरू कर दिया है ताकि हमारी गतिविधियों को रोका जा सके. भाजपा अब कांग्रेस को अपना आधार मजबूत करने के लिए प्रोत्साहित करने की कोशिश कर रही है ताकि भाजपा विरोधी वोट विभाजित हो जाएं और आप गुजरात में सरकार न बना पाए. भाजपा आजकल कांग्रेस की नहीं, केवल आप की आलोचना करती है. वे आप से उतने डरे हुए नहीं हैं, जितने गुजरात के लोगों से हैं, क्योंकि एक बार जब आम आदमी उठ खड़ा होता है, तो लोकतंत्र में शक्तिशाली शासकों को गिराया जा सकता है. उन्होंने लोगों से अपील की कि वे कांग्रेस को वोट देकर अपना वोट बर्बाद न करें, क्योंकि इससे आप को ही नुकसान होगा और बीजेपी को अपनी रणनीति में कामयाबी मिलेगी.

'मुफ्त रेवड़ी' के मुद्दे पर भाजपा पर हमला

उन्होंने 'मुफ्त रेवड़ी' के मुद्दे पर भी भाजपा पर हमला बोला और कहा कि एक तरफ तो वे कहते हैं कि मुफ्त में कुछ नहीं मिलना चाहिए, दूसरी तरफ वे गुजरात चुनाव से पहले मुफ्त राशन बांट रहे हैं. आज भारत में 'रेवडी' के दो मॉडल हैं. पहला भाजपा का है जिसमें वह अपने कॉर्पोरेट मित्रों के लाखों करोड़ रुपये के कर्ज माफ करती है. वे अपने विधायकों और सांसदों को लाखों की मुफ्त बिजली देते हैं, लेकिन उसे गरीबों को मुफ्त शिक्षा देने में समस्या है. दूसरी ओर अरविंद केजरीवाल की रेवडी, जो गरीबों को मुफ्त स्वास्थ्य सेवा और विश्व स्तरीय शिक्षा प्रदान कर रही है. भाजपा एक गरीब विरोधी पार्टी है.इसलिए अब चुनने का समय है कि आपको कौन सी रेवडी चाहिए. इस बार गुजरात में 'बदलाव' लाने के लिए आप को वोट दें."

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