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Indian Army Corona Guidelines: कोरोना से मुकाबले को भारतीय सेना ने कसी कमर, जवानों के लिए जारी की ये एडवाइजरी

Coronavirus in India:  भारतीय सेना की एडवाइजरी के मुताबिक, लक्षण वाले सभी लोगों का COVID-19 टेस्ट कराया जाएगा और पॉजिटिव आने वालों को 7 दिनों के लिए आइसोलेट कर दिया जाएगा. मध्यम से गंभीर बीमारी वाले लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा. 

Indian Army Corona Guidelines: कोरोना से मुकाबले को भारतीय सेना ने कसी कमर, जवानों के लिए जारी की ये एडवाइजरी
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Rachit Kumar|Updated: Dec 23, 2022, 02:23 PM IST

Covid Cases in India: दुनिया में बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए भारत ने भी कमर कस ली है. सरकार लोगों से मास्क लगाने और कोविड अनुरूप व्यवहार का पालन करने का अनुरोध कर रही है. भारतीय सेना ने भी जवानों के लिए एडवाइजरी जारी की है. जवानों से कहा गया है कि वे मास्क पहनें और हाथ धोने जैसी सावधानियां बरतें. साथ ही लक्षण दिखने पर डॉक्टरों से संपर्क करें. भारतीय सेना की एडवाइजरी के मुताबिक, लक्षण वाले सभी लोगों का COVID-19 टेस्ट कराया जाएगा और पॉजिटिव आने वालों को 7 दिनों के लिए आइसोलेट कर दिया जाएगा. मध्यम से गंभीर बीमारी वाले लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा.

भारत में आए 163 नए मामले

गौरतलब है कि भारत में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 163 नए मामले सामने आए और 9 लोगों ने दम तोड़ दिया. इसके साथ देश में मरने वालों का आंकड़ा 5,30,690 तक पहुंच गया. एक्टिव मामलों की संख्या घटकर 3,380 रह गई है, जो देश के कुल सकारात्मक मामलों का 0.01 प्रतिशत है. पिछले 24 घंटों में 176 रोगी ठीक होकर घर चले गए. भारत में रिकवरी रेट 98.80 प्रतिशत है. इसी अवधि में, देश भर में कुल 1,25,361 टेस्ट किए गए. जबकि पिछले 24 घंटों में दिए गए 87,723 टीकों के साथ, भारत का कोविड-19 टीकाकरण कवरेज शुक्रवार सुबह तक 220.02 करोड़ से ज्यादा हो गया है. 

इंट्रानेजल कोविड वैक्सीन को मिली मंजूरी

इसके अलावा केंद्र सरकार ने शुक्रवार को बूस्टर डोज के लिए भारत बायोटेक की बिना सुई वाली इंट्रानेजल कोविड वैक्सीन को मंजूरी दे दी है. 18 वर्ष से ज्यादा उम्र वालों के लिए नेजल वैक्सीन को मंजूरी दे दी गई है. निजी अस्पतालों में शुरुआती चरण में बूस्टर डोज के लिए वैक्सीन उपलब्ध होगी. सूत्र ने कहा कि नाक के टीके का इस्तेमाल योग्य लोगों के बीच एक बूस्टर के रूप में किया जाएगा. 

दूसरी ओर, कई देशों में कोविड के बढ़ते डर के बीच, हेल्थ मिनिस्ट्री ने सिविल एविएशन मिनिस्ट्री से कहा है कि विदेश से आने वाले दो फीसदी यात्रियों का रैंडम टेस्ट कराया जाए. इसके तहत यात्रियों की पहचान एयरलाइन करेगी, फिर चाहे वो अलग-अलग देशों के ही क्यों न हों. यात्रियों का टेस्ट होने के बाद वो सैंपल को जमा करेंगे. उन्हें हवाई अड्डे से जाने की इजाजत दे दी जाएगी.

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