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बीजेपी का यह सिद्धांत बना स्वतंत्र देव सिंह का 'दुश्मन', देना पड़ा पद से इस्तीफा

Swatantra Dev Singh Resign : सूत्रों के मुताबिक जलशक्ति राज्यमंत्री दिनेश खटीक के इस्तीफा देने के बाद स्वतंत्र देव पर दबाव बढ़ गया था. पार्टी के एक खेमे ने स्वतंत्र देव को यह आरोप लगाते हुए घेरना शुरू किया था कि वह मंत्री के साथ प्रदेश अध्यक्ष भी हैं. 

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बीजेपी का यह सिद्धांत बना स्वतंत्र देव सिंह का 'दुश्मन', देना पड़ा पद से इस्तीफा
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Zee News Desk|Updated: Jul 28, 2022, 12:06 AM IST

नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष (UP BJP President) स्वतंत्र देव सिंह ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) को इस्तीफा दे दिया. प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति तक प्रदेश अध्यक्ष का कार्यभार स्वतंत्र सिंह के पास बना रहेगा. स्वतंत्र देव सिंह (Swatantra Dev Singh) ने प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर मिली फॉर्च्यूनर कार भी वापस कर दी है. स्वतंत्र देव सिंह चित्रकूट में 29 से 31 तक  होने वाले प्रशिक्षण शिविर कार्यक्रम में भी मौजूद रहेंगे. 

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इसी के साथ जल्द ही यूपी को बीजेपी का नया प्रदेश अध्यक्ष मिलेगा. सूत्रों के मुताबिक यूपी सरकार के दो मंत्रियों, केंद्र सरकार के एक मंत्री और दो ब्राह्मण चेहरों पर विचार चल रहा है. बीएल वर्मा और भूपेंद्र चौधरी को प्रबल दावेदार माना जा रहा है.

वहीं ब्राह्मण चेहरे के तौर पर पूर्व डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा और कन्नौज के सांसद सुब्रत पाठक का नाम भी रेस में शामिल बताया जा रहा है. इसके अलावा नोएडा के सांसद डॉ. महेश शर्मा का नाम भी सामने आ रहा है. पिछड़े वर्ग से उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का नाम भी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए चर्चा में है.

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स्वतंत्र देव को 16 जुलाई 2019 को पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया था उनका तीन साल का कार्यकाल 16 जुलाई को पूरा हो गया. स्वतंत्र देव प्रदेश सरकार में जलशक्ति मंत्री हैं. पार्टी में एक व्यक्ति एक पद का सिद्धांत है.  

सूत्रों के मुताबिक जलशक्ति राज्यमंत्री दिनेश खटीक के इस्तीफा देने के बाद स्वतंत्र देव पर दबाव बढ़ गया था. पार्टी के एक खेमे ने स्वतंत्र देव को यह आरोप लगाते हुए घेरना शुरू किया था कि वह मंत्री के साथ प्रदेश अध्यक्ष भी हैं. 

 

 

 

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