Somvati Amavasya 2023: आज सोमवती अमावस्या है. हिंदू पंचांग के मुताबिक फाल्गुन मास की पहली सोमवती अमावस्या को भगवान शिव, माता पार्वती और चंद्र देव की आराधना की जाती है. शास्त्रों के मुताबिक सोमवती अमावस्या के दिन दान और तर्पण से कई प्रकार के दोष दूर हो जाते हैं. यह भी कहा जाता है कि सोमवती अमावस्या पर गंगा या किसी पवित्र नदी में स्नान करने से भगवान विष्णु सदैव बनाए रखते हैं. स्नान के बाद सूर्य देव को अर्घ्य और सूर्य मंत्र का उच्चारण करने से वह व्यक्ति कभी बीमार नहीं होता और सौभाग्य का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
आज के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा से सभी संकटों से मुक्ति मिल जाती है और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद भी मिलता है. पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या आज सुबह 11. 05 मिनट पर ख़त्म होगी. परिघ योग सुबह 9 .33 मिनट तक, जबकि धनिष्ठा नक्षत्र सुबह 10.16 मिनट बजे तक है. शिव योग सुबह 9. 34 बजे से 21 फरवरी सुबह 5.27 बजे तक चलेगा.
इसके अलावा विजय मुहूर्त दोपहर 2.30 बजे से दोपहर 3.21 बजे तक रहेगा. वहीं गोधूलि मुहूर्त शाम 6.43 बजे से शाम 7. 05 बजे तक का समय शुभ है.
आज के दिन जरूरतमंद को अन्न, वस्त्र दान अवश्य करें. ऐसा करने से पुण्य मिलता है और पितर की कृपा हम पर सदैव बनी रहती है. शास्त्रों के मुताबिक सोमवती अमावस्या के दिन तामसिक भोजन नहीं खाना चाहिए. इस दिन मांस, मदिरा, प्याज और लहसुन इत्यादि का सेवन वर्जित है.
व्यक्ति को झूठ नहीं बोलना चाहिए. इसके अलावा घर में वाद-विवाद से बचना चाहिए और किसी के लिए अपशब्द बिलकुल न बोलें. साथ ही लोगों को ब्रह्मचर्य का पालन करने की सलाह दी जाती है.
(डिसक्लेमर : यह लेख सामान्य जानकारियों पर आधारित है. जी मीडिया इसकी पुष्टि नहीं करता.)