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प्रदर्शन के बाद अब आमरण अनशन करेंगे रोहतक PGI के MBBS छात्र, सरकार के साथ बैठक रही बेनतीजा

बॉन्ड पॉलिसी के विरोध में प्रदर्शन कर रहे रोहतक PGI और करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज के MBBS छात्र आज आपातकालीन सेवाएं बंद करेंगे. वहीं दूसरी तरफ  आमरण अनशन भी शुरू करेंगे. 

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प्रदर्शन के बाद अब आमरण अनशन करेंगे रोहतक PGI के MBBS छात्र, सरकार के साथ बैठक रही बेनतीजा
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Zee Media Bureau|Updated: Nov 26, 2022, 08:57 AM IST

रोहतक: रोहतक PGI में बॉन्ड पॉलिसी के विरोध में MBBS छात्रों का प्रदर्शन लगातार 25 दिनों से जारी है. शनिवार को 15 सदस्यीय छात्रों का प्रतिनिधिमंडल अधिकारियों से बातचीत के लिए चंडीगढ़ पहुंचा था, लेकिन 4 घंटे से भी ज्यादा समय तक चली ये बैठक बेनतीजा रही.

 बॉन्ड पॉलिसी के विरोध में लगातार 25 दिनों से प्रदर्शन कर रहे MBBS छात्रों को रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन का भी समर्थन मिल रहा है.हाल ही में समर्थन कर रहे डॉक्टरों ने पैन डाउन हड़ताल भी की थी, जिसकी वजह से मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. 

आपातकालीन सेवाओं पर असर
सरकार द्वारा मांगे न माने जाने के बाद आज रोहतक PGI और करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज के छात्र आपातकालीन सेवाएं बंद करेंगे. वहीं दूसरी तरफ छात्रों की ओर से आमरण अनशन भी शुरू किया जाएगा.

7 छात्र भूख हड़ताल पर
25 दिनों से अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज के छात्र अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए हैं, इसमें 7 छात्र भूख हड़ताल पर हैं. MBBS छात्रों का कहना है कि सरकार के पास हमारी मांगे पहुंची हुई है, लेकिन वह इसका हल ही नहीं करना चाहते हैं. 

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प्रदर्शन कर रहे छात्रों को मिल रहा समर्थन
प्रदर्शन कर रहे छात्रों को रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के साथ ही खाप पंचायत, सर्व कर्मचारी संघ और स्थानीय लोगों का भी समर्थन मिल रहा है. 

भूपेंद्र हुड्डा का BJP पर आरोप 
प्रदर्शन कर रहे MBBS छात्रों के सही बताते हुए पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी राज्य की BJP सरकार पर निशाना साधा है. इसके साथ ही कहा कि सरकार के संवेदनहीन रवैये की वजह से महीनेभर से छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं. सरकार छात्रों की मांग मानने की बजाय उन्हें FIR का डर दिखा रही है.

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छात्रों की मांग
- बॉन्ड एग्रीमेंट में से बैंक की दखलअंदाजी पूरी तरह से खत्म की जाए.
 - बॉन्ड सेवा की अवधि 7 साल से घटाकर अधिकतम 1 साल की जाए.
- ग्रेजुएशन पूरा होने के अधिकतम 2 महीने के अंदर सरकार MBBS ग्रेजुएट को नौकरी प्रदान करे.
- 40 लाख सेवा बॉन्ड राशि को घटाकर 5 लाख रुपए किया जाए.

 

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