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Ram Mandir Inauguration: AI की निगरानी में रहेगा अयोध्या, अतिथियों को लिए बनाया जाएगा ग्रीन कॉरिडोर

Ram Mandir Inauguration: राम मंदिर की सुरक्षा के लिए पहली बार AI की निगरानी के साथ अर्धसैनिक बल और पीएसी की 26 कंपनियों के साथ 8 हजार पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा. राम मंदिर में रामलला के अभिषेक समारोह के लिए आमंत्रित अतिथियों को निमंत्रण कार्ड, राम मंदिर ट्रस्ट द्वारा बनाया गया बार कोड और फोटो पहचान पत्र साथ रखना होगा. 

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Ram Mandir Inauguration: AI की निगरानी में रहेगा अयोध्या, अतिथियों को लिए बनाया जाएगा ग्रीन कॉरिडोर
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Nikita Chauhan|Updated: Jan 04, 2024, 02:00 PM IST

Ram Mandir Inauguration: राम मंदिर की सुरक्षा के लिए पहली बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) निगरानी शुरू की जाएगी, जहां 22 जनवरी को उद्घाटन के बाद तीर्थयात्रियों की संख्या में काफी वृद्धि होने की उम्मीद है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि अयोध्या के लिए एआई निगरानी का पायलट प्रोजेक्ट शुरू होने की संभावना है. कुछ समय बाद, यदि संभव हुआ, तो इसे सुरक्षा और निगरानी अभ्यास का एक अभिन्न अंग बनाया जा सकता है.

एआई निगरानी के अलावा, राम लला के अभिषेक समारोह के लिए 11,000 राज्य पुलिस और अर्धसैनिक बलों को तैनात किए जाने की संभावना है. अधिकारी ने कहा कि ''राम मंदिर को लेकर खतरा इतना अधिक है कि हमें अयोध्या में सभी गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखने की जरूरत है. एआई निगरानी बार-बार आने वाले आगंतुकों या लोगों के समूह द्वारा अपनाई जाने वाली किसी सामान्य प्रवृत्ति, या मंदिर परिसर के भीतर देखी गई किसी अन्य संदिग्ध प्रवृत्ति का पता लगाने में मदद कर सकती है. एक सुरक्षा अलर्ट स्वचालित रूप से जारी किया जाएगा और सुरक्षा एजेंसियां ​​आगे की कार्रवाई करने में सक्षम होंगी.

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने प्रतिष्ठा समारोह की तैयारी के लिए पहले से ही मैनुअल के साथ-साथ सोशल मीडिया पर भी निगरानी बढ़ा दी है. अधिकारी ने कहा कि 22 जनवरी के आयोजन के लिए सुरक्षा योजना को अभी अंतिम रूप नहीं दिया गया है. उन्होंने कहा कि राज्य और केंद्रीय एजेंसियों के अधिकारी अभी भी खतरे की आशंका और सुरक्षा आवश्यकता का विश्लेषण कर रहे हैं.

अधिकारी ने पुष्टि की कि राम मंदिर जहां स्थित है, उस रेड जोन में मैनुअल और वीडियो निगरानी पहले से ही मौजूद है. हर गतिविधि पर निगरानी रखने के लिए स्थानीय खुफिया इकाई के लगभग 38 अधिकारियों को वहां तैनात किया गया है. उन्होंने कहा कि राम मंदिर के आसपास टैक्सी चालकों, ई-रिक्शा चालकों, होटल कर्मचारियों, भिखारियों, पुजारियों, निवासियों से लेकर प्रत्येक व्यक्ति की सत्यापन प्रक्रिया की जा रही है, साथ ही कार्यक्रम के अतिथि सूची और उनके साथ आने वाले लोगों या कर्मचारियों की भी जांच की जा रही और सत्यापन किया जा रहा है.

वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि इस आयोजन में अर्धसैनिक बल और पीएसी की 26 कंपनियों के साथ-साथ लगभग 8,000 नागरिक पुलिसकर्मियों के शामिल होने की संभावना है. यूपी एंटी टेरर स्क्वाड (एटीएस) और स्पेशल टास्क फोर्स टीमें और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड जैसी केंद्रीय एजेंसियां भी तैनात की जाएगी. कार्यक्रम के दिन, अयोध्या की ओर जाने वाली सभी सड़कों पर यातायात में बदलाव किया जाएगा. यह सुनिश्चित करने के लिए की आगंतुकों को किसी भी समस्या का सामना न करना पड़े, इन सड़क हिस्सों को अतिक्रमण से मुक्त किया जाएगा.

सड़कों पर बनाए जाएंगे ग्रीन कॉरिडोर

राम मंदिर में रामलला के अभिषेक समारोह के लिए आमंत्रित अतिथियों की सुविधा के लिए विभिन्न दिशाओं से अयोध्या की ओर जाने वाली सड़कों पर विशेष रूप से साफ किए गए मार्ग बनाए जाएंगे, जिन्हें ग्रीन कॉरिडोर के रूप में जाना जाता है. अयोध्या के मंडलायुक्त गौरव दयाल ने कहा कि आमंत्रित लोगों के लिए परेशानी मुक्त यात्रा सुनिश्चित करने के लिए लखनऊ,  वाराणसी, गोरखपुर, प्रयागराज और आजमगढ़ जिलों से अयोध्या की ओर जाने वाले मार्गों पर ग्रीन कॉरिडोर बनाए जाएंगे.

उन्होंने आगे जानकारी देते हुए कहा कि इन ग्रीन कॉरिडोर से यात्रा करने वाले मेहमानों को निमंत्रण, राम मंदिर ट्रस्ट द्वारा बनाया गया बार कोड और फोटो पहचान पत्र साथ रखना होगा. समारोह से लगभग 48 घंटे पहले, अयोध्या और आसपास के स्थान व्यापक सुरक्षा घेरे में होंगे. साथ ही सभी गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा. आयुक्त ने कहा कि सभी प्रवेश बिंदुओं से सारा यातायात डायवर्ट किया जाएगा, लेकिन जिन बाहरी तीर्थयात्रियों के पास होटलों में बुकिंग है, उन्हें प्रवेश की अनुमति दी जा सकती है.

सुरक्षा कर्मियों और सरकारी पदाधिकारियों को ठहराने के लिए अयोध्या प्रशासन ने पहले ही बड़ी संख्या में होटल के कमरे हासिल कर लिए हैं. आयुक्त ने बताया कि अतिथियों के ठहरने की व्यवस्था मंदिर ट्रस्ट की ओर से होटल और टेंट सिटी में की गयी है. कुछ मेहमानों ने अपने आवास की व्यवस्था स्वयं की है.

(इनपुटः IANS)

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