Gurugram News: पिछले कुछ दिनों से साइबर सिटी गुरुग्राम के बसई गांव और उसके आसपास का इलाके में जलभराव हो गया था. गांव में बने तालाब का पानी ओवरफ्लो होने के कारण स्कूल और गांव में चला गया था. गांव के साथ-साथ स्कूल में 1 फीट से ज्यादा पानी भर गया था. ग्रामीणों की माने तो बसई गांव और सरकारी स्कूल में बाढ़ जैसे हालात हो गए थे. नगर निगम और जीएमडी (GMD) को इसके बारे में सूचना दी गई और यह आग्रह किया गया की जल्द से जल्द उनके इलाके से पानी निकासी का प्रबंध किया जाए.
2 दिन बीत जाने के बावजूद भी जब इलाके से पानी नहीं निकाला गया तो ग्रामीणों ने खुद ही पानी निकासी का प्रबंध करना शुरू कर दिया. निकासी के लिए ग्रामीणों ने जैन सेट और पंप लगाए इसके बाद तालाब से निकले हुए गंदे पानी को सेक्टर- 9 से जा रही ट्रेन में डालने का काम शुरू किया गया. इसके लिए पहले दिन हजारों रुपये का डीजल खर्च हुआ. 24 घंटे बीत जाने के बाद पानी काम तो हुआ, लेकिन पूरी तरह से पानी नहीं निकला.
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इसके बाद ग्रामीणों ने खुद पैसे जुटाने शुरू किए है और लगातार तीन दिन तक जैन सेट चलाया और स्कूल और गांव से पानी निकाला. एक सप्ताह पहले साइबर सिटी गुरुग्राम में बारिश के बाद जहां शहर के तमाम इलाकों में जल भराव हो गया था, वहीं बसई इलाके में बने तालाब का पानी ओवरफ्लो होने के कारण पूरे इलाके में बाढ़ जैसे हालात हो गए थे. ना तो सड़कों पर वाहन और चलने का रास्ता बचा और ना ही तालाब और सड़क में फर्क नजर आ रहा था.
तालाब का पानी ओवरफ्लो होने के बाद बस एक गांव के साथ-साथ गांव के सरकारी स्कूल में भी पानी भर गया था. गांव में जाने वाले रास्ते और गांव से सेक्टर- 9 की ओर जाने वाली सड़क पर दो-दो फीट तक पानी भर हुआ था. हालात ऐसे हो गए थे कि ग्रामीणों का घर से निकलना भी मुश्किल हो गया था. स्कूल प्रबंधन और ग्रामीणों की तरफ से कई बार नगर निगम और जीएमडी को तालाब ओवरफ्लो होने के बाद इलाके में हुए बाढ़ जैसे हालात के बारे में शिकायत दी गई, लेकिन बसई गांव के स्कूल से पानी निकासी के लिए कोई ठोस कदम विभाग द्वारा नहीं उठाया गया.
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बसई गांव में रहने वाले ग्रामीणों की माने तो पानी निकासी के लिए अब तक लाखों रुपये का डीजल खर्च हो चुका है और गांव वालों ने ही इसके लिए पैसे जुटाए ताकि गांव में बाढ़ जैसे हालातों से बचा जा सके. तस्वीरों में आप तीन दिन पहले के हालत देखिए किस तरह पूरा इलाका जलमग्न हो चुका है और जब ग्रामीणों ने साहस और डीजल में खर्च होने रकम रकम जुटाना शुरू की तो पूरे इलाके से पानी पूरी तरह से साफ कर दिया गया.
इलाके में हुए जल भराव से न केवल ग्रामीणों को आने-जाने में समस्या हो रही थी, बल्कि स्कूल में दो-दो फीट तक पानी भरने के कारण छात्रों को स्कूल आने-जाने में भी समस्या हो रही थी. ग्रामीणों का आरोप है कि नगर निगम और जीएमडीए से बसई इलाके में कोई सुविधा नहीं हुई कई सालों से इस इलाके में जल भराव जैसी समस्या हो रही है. सैकड़ों शिकायत देने के बावजूद भी कोई समाधान नहीं किया गया. बहरहाल, अब देखना होगा नगर निगम और जीएमडीए आने वाले समय में बेस इलाके को जल भराव से इस तरह बचा पाएगा.
(इनपुटः योगेश कुमार)