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Jind News: 17 साल से पारंपरिक खेती छोड़ कर रहा ऑर्गेनिक खेती, हो रही लाखों की आमदनी

Haryana News: जिंद जिले के प्रगतीशील किसान ने नौकरी न करके फ्रूट और सब्जियों की खेती को नया मुकाम दिया है. वहीं किसान भारत भूषण ऑर्गेनिक खेती से लाखों रुपये भी कमा रहा है और 10 लोगों को रोजगार भी दे रहा है.

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Jind News: 17 साल से पारंपरिक खेती छोड़ कर रहा ऑर्गेनिक खेती, हो रही लाखों की आमदनी
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Zee Media Bureau|Updated: Feb 29, 2024, 05:15 PM IST

Agriculture News: हरियाणा के जींद जिले के बेलरखा गांव का प्रगतीशील किसान ने नौकरी न करके फ्रूट व सब्जियों की खेती को एक नया मुकाम दिया. प्रगतिशील किसान भारत भूषण ना सिर्फ लाखो रुपये कमा रहा है, बल्कि 10 लोगों को रोजगार देकर हरियाणा में अपना नाम भी कमा रहा है. खेती में इसने इतनी महारत हासिल कर चुका है कि दूर-दूर से किसान उसकी खेती देखने के लिए आते है. भारत भूषण के जज्बे को कृषि विभाग ने सराहते हुए दूसरे किसानों को भी सात्विक खेती करने की सलाह दी है. जिन किसानों के पास जमीन कम होती जा रही है तो वो कम जमीन में खेती करके लाखो रुपये सलाना कमा रहे हैं और ड्रिप सिचाई करके पानी की भी बचत कर रहे हैं. वहीं सरकार द्वारा दी जा रही सोलर ऊर्जा योजना का भी फायदा उठा रहा हैं. 

ड्रिप खेती पर दे रही सब्सिडी
कृषि विभाग के कर्मचारी राजेश कौशिक का कहना है कि किसान भारत भूषण 2004 से प्राकतिक खेती कर रहे हैं. इनका आसपास के एरिया में बहुत नाम है. इनका मुख्य मोटिव है बिना जहर की खेती कर लोगों की जान बचाना, क्योंकि जो हम जहर वाली खेती करते हैं, वह हमारे शरीर मे बीमारियों को जन्म देती है. वहीं कैंसर ,शुगर,बीपी जैसी अन्य बीमारियों को बढ़ावा भी  देती है. उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि जहर युक्त खेती न करें. साथ ही अपने खेत मे फल व सब्जी की खेती कर अपनी आमदनी बढ़ायें. सरकार बागवानी पर 45 से 50 हजार एकड़ प्रोत्साहान राशि देती है. वहीं सोलर पम्प पर 70 प्रतिशत अनुदान देती है. सरकार किसानो के लिए अनेक योजनाएं लाती है और ड्रिप खेती पर भी सब्सिडी दे रही है.

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मिश्रित खेती की है जरूरत 
किसान भारत भूषण का कहना है कि वह 10 एकड़ में पिछले 17 सालों से ऑरगैनिक खेती कर पहे हैं. पहले गेहूं की खेती करते थे, जिसमे हमने दवाइयों व पेस्टि साइड खाद डालना छोड़ दिया था.  वहीं 2015 से 8 एकड़ में बाग लगया हुआ है, जहां 1500 से अधिक पौधे और किन्नू , आंवला, नींबू,आड़ू के पौधे है और पशुओं के बचे हुए गोबर से खाद बनाते है,खेत के वेस्ट को हम बेस्ट बना कर प्रयोग करते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि 20 लाख रुपए कमाई कर लेते है सात्विक फार्म से. वहीं बाग में मिश्रित खेती भी करते हैं. पूरे साल 2 से 3 लोगों को रोजगार भी दिया है. सीजन में 6 से अधिक लोगो को रोजगार दिया है. सरकार बागवानी व कुदरती खेती को बढ़ावा दे रही है. सरकार ने सोलर लगवाने व बाग लगवाने के लिए भी प्रोत्साहन राशि दी है. किसानों को आह्वान किया है कि गेहूं के साथ-साथ अपने जरूरत के फल व सब्जी भी उगाए. 

Input- GULSHAN 

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