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Jal Itihas Utsav: जल शक्ति मंत्रालय ने महरौली के शम्सी तालाब में किया जल इतिहास उत्सव का आयोजन

Jal Itihas Utsav: जल विरासत स्थलों की सुरक्षा के बारे में लोगों को जागरूक करने और सार्वजनिक चेतना की भावना को उत्पन्न करने के उद्देश्य से दिल्ली के महरौली स्थित शम्सी तालाब जहाज महल में जल इतिहास उत्सव का आयोजन किया गया.

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Jal Itihas Utsav: जल शक्ति मंत्रालय ने महरौली के शम्सी तालाब में किया जल इतिहास उत्सव का आयोजन
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Zee Media Bureau|Updated: Dec 02, 2023, 06:39 AM IST

Jal Itihas Utsav: राजधानी दिल्ली के महरौली स्थित शम्सी तालाब जहाज महल में जल शक्ति मंत्रालय के द्वारा जल इतिहास उत्सव का आयोजन किया गया, जिसमें  केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और उप राज्यपाल विनय कुमार सक्सेना सहित जल विभाग के कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे. यह उत्सव 15 नवंबर से 30 नवंबर तक देश भर के विभिन्न जिलों में आयोजित जल विरासत पखवाड़ा के सफल समापन पर किया गया. 

जल इतिहास उत्सव 
जल विरासत स्थलों की सुरक्षा के बारे में लोगों को जागरूक करने और सार्वजनिक चेतना की भावना को उत्पन्न करने के लिए उद्देश्य से जल इतिहास उत्सव का आयोजन किया गया. जल शक्ति मंत्रालय के द्वारा महरौली में स्थित ऐतिहासिक शम्सी तालाब जहाज महल में जल इतिहास उत्सव का आयोजन किया गया. 

जल इतिहास उत्सव के दौरान उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के द्वारा 75 चिन्हित जल विरासत स्थलों के एक छोटे वीडियो का विमोचन किया गया. इसके अलावा कार्यक्रम में विश्व प्रसिद्ध वादक सुनीता भुइया के द्वारा संगीत कार्यक्रम 'फ्लोइंग स्ट्रिंग्स' की प्रस्तुति दी गई.

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दिल्ली के महरौली में स्थित शम्सी तालाब का इतिहास काफी पुराना है, इसे भारतीय पुरातत्व विभाग के द्वारा संरक्षित किया गया है. अब जल शक्ति मंत्रालय केंद्र और राज्य सरकार के विभिन्न विभागों के प्रयास से शम्सी तालाब जहाज महल का पुनर्विकास ज किया जा रहा है. इस पूरे तालाब का सौंदर्यीकरण किया जाएगा.

भारत में जल विरासत स्थल
जल शक्ति मंत्रालय द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव के रूप में देशभर में 75 प्राकृतिक जल विरासत संरचनाओं की पहचान करने के लिए एक समिति का गठन किया गया था, जिसे देशभर से लगभग 421 साइटों का नामांकन प्राप्त हुआ. 5 जनवरी 2023 को भोपाल, मध्य प्रदेश में जल पर पहले अखिल भारतीय राज्य मंत्रियों के सम्मेलन के दौरान इनमें से 75 स्थलों का चयन किया गया था.

Input- Mukesh Singh

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