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Haryana Police: हरियाणा पुलिस के ASI की अनूठी पहल, बेटी की शादी का कन्यादान गौशाला को किया दान

Haryana Police: गौ माता के लिए हरियाणा पुलिस के ASI ने बड़ी मुहीम शुरू की है. सोनीपत के एसपी लाल सिंह ने अपनी बेटी की शादी का कन्यादान और भात के लाखों रुपये गौशाला को समर्पित कर दिए हैं.

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Haryana Police: हरियाणा पुलिस के ASI की अनूठी पहल, बेटी की शादी का कन्यादान गौशाला को किया दान
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Nikita Chauhan|Updated: Dec 13, 2023, 01:49 PM IST

Haryana Police: हरियाणा पुलिस के एएसआई ने बेटी की शादी को अनोखा बना दिया. पिता की इस मुहीम पर बेटी भी गर्व महसूस कर रही है. सोनीपत एसपी कार्यालय में कार्यरत लाल सिंह ने अपनी बेटी अनु आर्य की शादी के कन्यादान और भात के लाखों रुपये गौशाला को समर्पित कर दिए हैं. एएसआई लालसिंह पर्यावरण प्रेमी और गौवंश सेवा भाव के कारण पुलिस की छवि को भी सकारात्मक रूप दे रहे हैं.

त्याग भावना के साथ समाज में प्रेरणा दे रहे लाल सिंह अपने इस पुनीत कार्य के कारण सुर्खियां बटोर रहे हैं. हरियाणा पुलिस के एएसआई ने अपनी बेटी की शादी में अनूठी मिसाल पेश करते हुए पुलिस की छवि को भी लोगों की नजरों में सम्मान प्रदान किया है. पुलिस लाइन में हुई इस शादी में एएसआई ने भात के रूप में महज एक रुपया ही लिया है. यहीं, नहीं कन्यादान के रूप में आई राशि गोशाला को भेंट कर दी है.

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विशेष बात यह है कि शादी में कन्यादान लिखने वाला कोई नहीं था. एक मेज पर गोशाला के दान पात्र को रखा गया था, जिसमें सभी मेहमान कन्यादान की राशि डाल रहे थे. शादी समारोह में आने वाले सभी मेहमान इस अनूठी शादी के मुरीद बन गए. एएसआई के गौ सेवा के लिए उठाए गए इस कदम की सभी ने खूब प्रशंसा की. मूलरूप से रोहतक के गांव हुमायूपुर निवासी लाल सिंह हरियाणा पुलिस में बतौर एएसआई सोनीपत के सीपी कार्यालय में अपनी सेवाएं दे रहे हैं.

उनकी बेटी अनु आर्य बैडमिंटन खिलाड़ी है और बेंगलूरू में अपनी अकादमी चलाती है. अनु आर्य की शादी मुंबई निवासी बैडमिंटन खिलाड़ी एवं रेलवे में द्वितीय श्रेणी अधिकारी सिद्धार्थ के साथ तय हुई थी. सोनीपत पुलिस लाइन में शादी हुई. शादी समारोह में की गई व्यवस्था औैर एएसआई लाल सिंह के गोप्रेम को देख सभी बेहद प्रभावित हुए.

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एएसआई लाल सिंह ने बताया कि गौ माता की सेवा करने का जज्बा बचपन से ही है. सभी के सहयोग से यह परंपरा शुरू की है और इसमें बड़ा ही आनंद मिल रहा है. उन्होंने बताया कि उनका मन पेड़ लगाने और गौ माता की सेवा करने में आनंद की अनुभूति होती है. लाल सिंह ने बताया कि वह किसी से कन्यादान नहीं लेना चाहते थे और सगे संबंधी और रिश्तेदारों ने जब कन्यादान डालने के लिए जिद की. उन्होंने गौ शाला के दान पत्र में डालने के लिए कहा.

एएसआई लाल सिंह की बेटी अनु ने बताया गौ माता के लिए पिता ने मुहीम शुरू की है. गौ वंश को भारत में माता का दर्जा दिया गया है. इस तरह की मुहीम में सबको बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेना चाहिए. उनके पिता ने इस मुहिम के माध्यम से लेनदेन की प्रक्रिया खत्म किया है. बेटियों को बोझ नहीं समझना चाहिए और बेटा बेटी को एक समान समझकर उन्हें आगे बढ़ना चाहिए. वहीं उन्होंने कहा है कि बच्चों को भी अपने मां-बाप की इज्जत का ख्याल रखते हुए आगे बढ़ना चाहिए.

(इनपुटः सुनिल कुमार)

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