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हरियाणा के कई जिलों पर मंडराया बाढ़ का खतरा, सभी मुख्य नदियां उफान पर, खतरे के निशान के करीब पहुंचा जलस्तर

Haryana Flood Alert: हरियाणा की यमुना, घग्गर, मारकंडा,  टांगरी और कौशल्या नदी का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है, जिसकी वजह से पंचकूला, अंबाला, कुरुक्षेत्र, करनाल, पानीपत, फतेहाबाद, यमुनानगर , सोनीपत सहित कई जिलों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है.

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हरियाणा के कई जिलों पर मंडराया बाढ़ का खतरा, सभी मुख्य नदियां उफान पर, खतरे के निशान के करीब पहुंचा जलस्तर
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Zee Media Bureau|Updated: Jul 10, 2023, 03:37 PM IST

Haryana Flood Alert: हरियाणा में पिछले 3 दिनों से बारिश का कहर जारी है और आने वाले दिनों में भी बारिश से राहत मिलने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं. मौसम विभाग की ओर से उत्तरी हरियाणा, पंजाब और चंडीगढ़ के लिए ऑरेंज अलर्टजारी किया है, 10 जुलाई को इन इलाकों में 115 से 204 एमएम तक बारिश हो सकती है. हरियाणा की यमुना, घग्गर, मारकंडा,  टांगरी और कौशल्या नदी का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है, जिसकी वजह से पंचकूला, अंबाला, कुरुक्षेत्र, करनाल, पानीपत, फतेहाबाद, यमुनानगर , सोनीपत सहित कई जिलों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है.

यमुना नदी
हरियाणा को सबसे ज्यादा खतरा घग्गर और यमुना नदी से है क्योंकि यह दोनों नदियां कई मुख्य शहरों से होकर गुजरती हैं.यमुना नदी हरियाणा में अंबाला जिले से प्रवेश करती है और हरियाणा  और उत्तर प्रदेश सीमा के साथ-साथ दक्षिण हरियाणा तक जाती है. यह हरियाणा के कई शहरों से होकर गुजरती है. भारी बारिश की वजह से यमुना नदी खतरे के निशान के करीब है. सोमवार को हथिनी कुंड बैराज से 2 लाख 79 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जिससे यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. नदी का जलस्तर 204 मीटर तक पहुंच चुका है जो खतरे के निशान के बेहद करीब है. अगर यमुना नदी खतरे के निशान से ऊपर जाती है तो इसका सबसे ज्यादा असर यमुनानगर, करनाल, पानीपत और दिल्ली में देखने को मिलेगा क्योंकि इन शहरों में बड़ी आबादी नदी के आसपास बसी हुई है. ऐसे में सैकड़ों गांव भी बाढ़ की चपेट में आ सकते हैं. यमुना नदी पर यमुनानगर में हथिनी कुंड बैराज डैम बनाया गया है, जल स्तर बढ़ने पर डैम से पानी छोड़ा जा रहा है, जिस वजह से आस-पास के गांव में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है.

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घग्घर नदी 
हरियाणा और हिमाचल में भारी बारिश के चलते घग्गर नदी भी उफान पर है. नदी के बढ़ते जल स्तर की वजह से लोगों को डर सताने लगा है. 10 जुलाई को ही घग्गर नदी पर बने कौशल्या डैम से 6590 क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जिससे नदी के आसपास बसे लोगों की चिंताएं बढ़ गई हैं. पंचकूला के कई सेक्टर इस नदी के आसपास बसे हुए हैं, अगर पानी नदी के सतह से ऊपर आता है तो पंचकूला के सेक्टर 24, 25, 26, 27 और 28  में बाढ़ आ सकती है. इसके अलावा अंबाला में भी घग्गर नदी से खतरा बना हुआ है. पंचकूला के बाद घग्गर नदी अंबाला से होते हुए कैथल, फतेहाबाद, सिरसा से आगे राजस्थान में प्रवेश कर जाती है. घग्गर नदी के उफान से इन सभी जिलों में खतरा बना हुआ है. पंजाब में पटियाला और संगरूर भी इसका असर पड़ सकता है.

मार्कंडेय नदी 
हरियाणा में हो रही भारी बारिश की वजह से अन्य नदियों की तरह मारकंडा नदी भी खतरे के निशान के करीब पहुंच चुकी है,  जिस वजह से इस नदी के आसपास बसे शहरों और गांव में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. यह नदी अंबाला, शाहबाद और कुरुक्षेत्र से होकर गुजरती है. यह घग्गर की सहायक नदी है यानी यह आगे जाकर घग्गर नदी में मिल जाती है. इस नदी में पानी की मात्रा बढ़ने के बाद सबसे ज्यादा खतरा शाहाबाद कस्बे पर है, जो इस नदी के किनारे बसा हुआ है.

टांगरी नदी 
टांगरी नदी घग्गर की उपनदी है, इस नदी में भी भारी बारिश की वजह से जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है. नदी खतरे के निशान के करीब है.इसकी वजह से अंबाला, कुरुक्षेत्र, करनाल आदि जिलों में खतरा बढ़ रहा है. अंबाला नदी के आसपास के कई गांवों में पानी भर गया है. आसपास के खेत भी नदी के पानी की वजह से जलमग्न हो गए हैं, इन जगहों पर राहत कार्यों के लिए एनडीआरएफ की टीम भी भेज दी गई है.

कौशल्या नदी 
घग्गर नदी की उपनदी कौशल्या नदी भी उफान पर है. यह नदी पंचकूला के कई इलाकों से होकर बहती है और बाद में घग्गर में मिल जाती है. कौशल्या नदी का पानी पंचकूला के अमरावती इलाके में घुसना शुरू हो गया है. प्रशासन ने आसपास के इलाकों के मकानों को खाली करवाना शुरू कर दिया है.  इस नदी का बढ़ता जलस्तर भी पंचकूला के लोगों के लिए खतरा बन सकता है. 

Input- Vijay Rana

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