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Ambala News: स्वास्थ्य मंत्रीजी...अंबाला में लगा सांसों पर पहरा, प्रदूषण दे रहा 'जख्म' गहरा

Ambala News: अंबाला जिले की आब-वो-हवा रोजाना जहरीली हो रही है. हालात ये हैं कि अब लोगों के लिए सांसें लेना भी दुश्वार होने लगा है. नवंबर महीने में स्थिति ज्यादा बिगड़ी है. एक्यूआई 300 पार चला गया है. लगातार वायु गुणवत्ता सूचकांक बढ़ने से सांस और हृदय रोगियों की दिक्कतें बढ़ गई हैं.

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Ambala News: स्वास्थ्य मंत्रीजी...अंबाला में लगा सांसों पर पहरा, प्रदूषण दे रहा 'जख्म' गहरा
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AMAN KAPOOR|Updated: Nov 06, 2023, 01:29 PM IST

Ambala News: अंबाला में इन दिनों खुली हवा में सांस लेना मुश्किल हुआ है. अंबाला की हवा भी दमघोटू बनी हुई है, जिस वजह से अंबाला के लोग भी समस्याओं से जूझ रहे हैं और बीमारियों का सामना कर रहे हैं. इसके बावजूद भी प्रशासन ने कोई कदम नहीं उठाया, जिस वजह से लोगों को भारी परेशानियां हो रही हैं. 

जहरीली हो रही अंबाला कि आब-वो-हवा
अंबाला जिले की आब-वो-हवा रोजाना जहरीली हो रही है. हालात ये हैं कि अब लोगों के लिए सांसें लेना भी दुश्वार होने लगा है. नवंबर महीने में स्थिति ज्यादा बिगड़ी है. एक्यूआई 300 पार चला गया है. लगातार वायु गुणवत्ता सूचकांक बढ़ने से सांस और हृदय रोगियों की दिक्कतें बढ़ गई हैं. इस तरह चर्म रोग और एलर्जी की समस्याएं भी बढ़ गई हैं. स्थिति का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जिला नागरिक अस्पताल में अब ऐसे मरीजों की संख्या करीब 500 से ज्यादा हो गई है. बच्चों और बूढ़ों की बढ़ी परेशानी की हालत यह है कि जिला नागरिक अस्पताल में औसतन 100 बच्चों की ओपीडी होती है. इनमें से अब 40 से 45 बच्चे एलर्जी, खांसी जुखाम और अस्थमा इत्यादी की शिकायत लेकर अपने अभिभावकों के साथ पहुंच रहे हैं. लोगों का कहना है कि उन्हें बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन सरकार व प्रशासन ने अभी तक कोई कदम नहीं उठाया है.

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पराली जलाने में आई कमी
जिला में इस बार पराली जलाने के मामले भी बढ़े हैं. कृषि विभाग के आंकड़ों पर नजर डालें तो साल 2022 के मुकाबले इस साल पराली जलाने के आंकड़ो में कमी आई है. साल 2022 में जहां पराली जलाने के 185 मामले सामने आए थे. इस बार दो नवंबर तक आंकड़ा 172 तक पहुंच गया है. बीते साल जहां कोई केस दर्ज नहीं किया गया थे, वहीं इस बार दो किसानों पर केस भी दर्ज किए गए हैं. एक मामले में तो कृषि विभाग की टीम को बंधक तक बना लिया था. दूसरी और साल 2022 में 2.07 लाख रुपये जुर्माना वसूला गया था, वहीं इस साल किसानों से 3.17 लाख रुपये जुर्माना वसूला गया है. इसी प्रकार साल 2021 में 203 मामले सामने आए थे. इस सब के बावजूद काफी समस्याओं का सामना लोगों को करना पड़ रहा है. स्वास्थ्य विभाग का कहना है मरीजों की संख्या काफी बढ़ गई है. सांस के मरीज आंखों से संबंधित दिक्कतों की समस्या लेकर लोग आ रहे हैं. वहीं चर्म रोग से जुड़ी समस्याएं भी बढ़ी हैं.

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