trendingNow/india/delhi-ncr-haryana/delhiHaryana01336652
Home >>Delhi-NCR-Haryana

नोएडा में ट्विन टावर को गिराने के बाद, अब गाजियाबाद की इन इमारतों पर है GDA की नजर

गाजियाबाद विकास प्राधिकरण ने एनसीआर में अवैध रूप से बनाई गई 321 कॉलोनियों की लिस्ट तैयार कर ली है, जिन्हें जल्द ही गिराया जा सकता है. 

Advertisement
नोएडा में ट्विन टावर को गिराने के बाद, अब गाजियाबाद की इन इमारतों पर है GDA की नजर
Stop
Zee Media Bureau|Updated: Sep 05, 2022, 01:02 PM IST

नई दिल्ली: नोएडा ट्विन टावर को गिराए जाने के बाद अब जल्द ही NCR की कई अवैध कॉलोनियों को भी ध्वस्त किया जा सकता है, जिसकी लिस्ट तैयार कर ली गई है. सूत्रों के हवाले से मिली खबर के अनुसार गाजियाबाद विकास प्राधिकरण ने एनसीआर में अवैध रूप से बनाई गई 321 कॉलोनियों की लिस्ट बनाई है, जिन्हें गिराया जा सकता है. इसके साथ ही इनको बनाने वाले बिल्डरों पर भी जल्द ही कार्रवाई की जाएगी. 

किस जोन में कितनी अवैध कॉलोनी
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण ने समूचे जिले को 8 जोन में बांटा है, जिसमें जोन-1 में 30, जोन-2 में 74, जोन-3 में 39, जोन-4 में 30, जोन-5 में 16, जोन-7 में 7 और जोन- 8 में 124 अवैध कॉलोनियों की पहचान की गई है. 

देश के सभी मुख्यमंत्रियों को पछाड़ दिल्ली के सीएम केजरीवाल बने नंबर वन, जानें क्या है पूरा मामला

इन जगहों पर बनी हैं अवैध कॉलोनी
गाजियाबाद के वैशाली, वंसुधरा, इंदिरापुरम, राजनगर एक्सटेंशन, क्रॉसिंग रिपब्लिक और सिद्धार्थ विहार कॉलोनी में कई गगनचुंबी इमारतें बनी हुई हैं. गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के द्वारा 321 कॉलोनियों की लिस्ट जारी किए जाने के बाद यहां स्थित कई इमारतों को जल्द ही गिराया जा सकता है. 

आम आदमी पर होगा असर
अवैध निर्माण के रूप में चिन्हित की गई इन कॉलोनियों में लाखों लोग रहते हैं, अगर ये सभी इमारते गिराई जाती हैं तो इनमें रहने वाले लोगों को भी परेशानी हो सकती है. क्योंकि लंबे समय से वो इन जगहों पर रह रहे हैं. लाखों रुपये खर्च कर अपने सपनों का आशियाना खरीदने वाले लोगों  को इस बात की जानकारी नही है कि वो अवैध तरीके से बनाया गया है. 

National Teachers Awards 2022: जानिए कौन हैं वो 46 टीचर्स, जिन्हें राष्ट्रपति से मिलेगा सम्मान

 

बिल्डरों पर भी होगी कार्रवाई
अक्सर अवैध निर्माण के बाद बिल्डर बिना कंप्लीशन सर्टिफिकेट लिए ही खरीदारों को कब्जा दे देते हैं, जिससे किसी भी तरह की कार्रवाई की गुंजाइश कम हो जाती है लेकिन अवैध कॉलोनी के निर्माण में शामिल बिल्डरों पर भी कार्रवाई की जाएगी. 

Read More
{}{}