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Putrada Ekadashi 2023: पुत्रदा एकादशी का व्रत आज, संतान प्राप्ति के लिए आजमाएं ये आसान उपाय

Sawan Putrada Ekadashi 2023 Date: श्रावण पुत्रदा एकादशी को पवित्रा एकादशी के नाम से भी जानते हैं, इस दिन कुछ उपायों को आजमाने से संतान प्राप्ति की कामना पूरी होती है. 

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Putrada Ekadashi 2023: पुत्रदा एकादशी का व्रत आज, संतान प्राप्ति के लिए आजमाएं ये आसान उपाय
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Divya Agnihotri|Updated: Aug 27, 2023, 06:16 AM IST

Sawan Putrada Ekadashi 2023 Date: हर साल सावन महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी को श्रावण पुत्रदा एकादशी का व्रत रखा जाता है, इसे पवित्रा एकादशी भी कहते हैं. इस पुत्र प्राप्ति की कामना और संतान की तरक्की के लिए मां व्रत रखती हैं. जानते हैं इस साल पवित्रा एकादशी का शुभ मुहूर्त और पूजन विधि और संतान प्राप्त के उपाय. 

सावन पुत्रदा एकादशी 2023 डेट (Sawan Putrada Ekadashi 2023 Date Muhurat)
हिंदू पंचांग के अनुसार,  एकादशी तिथि की शुरुआत 27 अगस्त 2023 को सुबह 12 बजकर 08 मिनट पर होगी और रात 09 बजकर 32 मिनट पर इसका समापन होगा. उदयातिथि के आधार पर  पुत्रदा एकादशी का व्रत 27 अगस्त को रखा जाएगा.  

विष्णु पूजा का शुभ मुहूर्त (Lord Vishnu Puja Muhurat)
विष्णु भगवान की पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 07 बजकर 33 मिनट से सुबह 10 बजकर 46 मिनट तक रहेगा. 

पारण का समय
28 अगस्त को सुबह 05 बजकर 57 मिनट से सुबह 08 बजकर 31 मिनट तक.

सावन पुत्रदा एकादशी महत्व (Sawan Putrada Ekadashi Vrat Significance)
ऐसी मान्यता है कि पुत्र के अंतिम संस्कार करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है, इस व्रत के प्रभाव से पुत्र प्राप्ति की कामना पूरी होती है. साथ ही इस व्रत के प्रभाव से संतान के जीवन में आने वाली सभी परेशानियां दूर होती है. साथ ही जो भी भक्त सच्चे मन से इस व्रत को करते हैं उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. 

पुत्र प्राप्ति के लिए करें इस मंत्र का जाप
श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारे, हे नाथ नारायण वासुदेवाय.

पुत्रदा एकादशी पर पुत्र प्राप्ति के उपाय (Putrada Ekadashi 2023 Upay)

-पुत्रदा एकादशी के दिन भगवान कृष्ण के बाल स्वरूप का पूजन करने से जल्द ही सूनी गोद भर जाती है. 
-पुत्रदा एकादशी के दिन गरीब बच्चों को खाने और जरूरत की अन्य चीजें दान करने से शीघ्र ही संतान की प्राप्ति होती है. 
- पुत्रदा एकादशी पर निर्जला व्रत रखने से गुणवान संतान की प्राप्ति होती है. 
-पुत्रदा एकादशी के दिन शाम को पीपल के पेड़ के नीचे घी का दीपक जलाने से संतान के जीवन में आने वाली सभी परेशानियां दूर होती हैं. 

Disclaimer- इस आर्टिकल में दी गई जानकारी और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. ZEE MEDIA इनकी पुष्टि नहीं करता है.

 

 

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