Home >>Delhi-NCR-Haryana

Delhi News: 'पिछली बार से सबक'; बाढ़ जैसी हालात से निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने की अहम बैठक

Delhi Flood: दिल्ली सरकार ने अपने अधिकारियों और एनडीआरएफ की टीमों के साथ एक हाईलेवल बैठक की. इस बैठक का एजेंडा रहा आने वाले दिनों में अगर ज्यादा बारिश होती है तो पिछले साल जैसे हालात दिल्ली में ना बने. पिछली बार दिल्ली में पानी भर जाने से बाढ़ जैसे हालात उतपन्न हो गए थे.

Advertisement
Delhi News: 'पिछली बार से सबक'; बाढ़ जैसी हालात से निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने की अहम बैठक
Stop
Prince Kumar|Updated: Jul 05, 2024, 09:27 PM IST

Delhi Flood News: दिल्ली में पिछले साल बाढ़ जैसे हालात बन गए थे. यमुना नदी का जलस्तर रिकॉर्ड स्तर से ऊपर पहुंच गया था. इस बार बारिश में ऐसे हालात नहीं बने, इसके लिए दिल्ली सरकार लगातार इस मुद्दे पर अपने अधिकारियों के साथ बैठक कर रही है. साथ ही अलग-अलग जगह पर कंट्रोल रूम भी बनाए गए हैं, जिससे किसी भी हालात की निगरानी की जा सके.

जलमंत्री आतिशी ने अधिकारियों संग की बैठक
दिल्ली सरकार की जल मंत्री आतिशी और सौरभ भारद्वाज ने अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक में इस बात पर चर्चा हुई कि दिल्ली में पिछली बार यमुना का जलस्तर रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया था. जिस वजह से काफी परेशानी हुई थी, लेकिन इस बार पूरी तैयारी कर ली गई है. इस बार पूर्वी जिले के डीएम ऑफिस में बाढ़ नियंत्रण कंट्रोल रूम बनाया गया है. इसमें सभी विभागों के अधिकारी तैनात रहते हैं. यहां से हर समय निगरानी रखी जा रही है. हथिनी कुंड बैराज से 1 लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी रिलीज होते ही बाढ़ नियंत्रण विभाग समेत सभी एजेंसी सक्रिय हो जाएंगी.

ये भी पढ़ें: Haryana News: अंडरपास में पानी भरने पर खतरे से आगाह कराएगा चौकीदार

'तैयार है दिल्ली सरकार'
आतिशी ने कहा, मीटिंग में सभी तैयारियों का जायजा लिया गया. बैठक में एनडीआरएफ की तरफ से भी अधिकारी आए थे. हम उम्मीद करते हैं कि दिल्ली में इस बार बाढ़ की स्थिति न आए, लेकिन अगर ऐसा होता भी है तो दिल्ली सरकार पूरी तरह से तैयार है.

खुलवाए गए बैराज के गेट
उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश में पिछले 2 दिन में अच्छी बारिश हुई है, जिससे हथिनी कुंड बैराज से ज्यादा पानी डिस्चार्ज हो रहा है.हालांकि, अभी वहां से 352 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज हो रहा है. जब इस बैराज से 1 लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी डिस्चार्ज होता है, तभी बाढ़ की आशंका होती है. पिछली बार हथिनीकुंड से ज्यादा पानी छोड़ा गया और आईटीओ बैराज के गेट नहीं खुलने की वजह से स्थिति बिगड़ गई थी. इस बार आईटीओ बैराज के सभी गेट खुलवा दिए गए हैं और जो गेट नहीं खुले उन्हें कटवा दिया गया है.

{}{}