Chandigarh News: हरियाणा कांग्रेस पार्टी के बड़े नेताओं ने उसमें सुरजेवाला हों या भूपेंद्र हुड्डा हों और चाहे दीपेंद्र हों, चाहे शैलजा हों किसी ने भी इसकी निंदा करते हुए एक शब्द नहीं कहा है और यह स्पष्ट बताता है कि कांग्रेस पार्टी का जो पुराना विचार है कि किस प्रकार से तुष्टीकरण हो और हिंदुओं पर और हिंदुओं की विचारधारा पर, सनातन धर्म पर अटैक होते रहे हैं. इस पर हरियाणा कांग्रेस के नेता पहरा दे रहे हैं, इसलिए लोगों को इस विषय पर सजग होना पड़ेगा.
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धनखड़ ने आगे कहा कि इस प्रकार की सोच के साथ जो कांग्रेस पार्टी ने देश में गठबंधन किया है, विपक्षी दलों का, वो भारतीयता को, भारतीय मूल विचारों को, भारतीयता के सम्मान और गौरव को नष्ट करने की बात सोचते हैं, यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है, अति निंदनीय है. पूरे देश में एक साथ मिलकर अपनी संस्कृति को बचाने के लिए, अपने गौरव को बचाने के लिए, अपने जो है पुराने इतिहास पर गर्व और गौरव करने के लिए, उसको साथ और संस्कृति को संजो कर लेकर चलने के लिए, ऐसी सभी ताकतों को पहचानना होगा, जो कुछ सीधे-सीधे अटैक करती हैं और कुछ चोरी छुपे जो है वो चुप रहती हैं और चोरी छुपे समर्थन करती हैं. कांग्रेस इसी कल्चर के कारण भारतीय संस्कृति का जो नुकसान हुआ है, पिछले 7 दशकों में वह हम सब के सामने हैं.
धनखड़ ने आगे कहा कांग्रेस का क्या रवैया था राम जन्मभूमि पर, कृष्ण जन्मभूमि पर, इनका क्या रवैया था आर्टिकल 370 पर, भारतीय आस्था के प्रतीकों पर कभी कांग्रेस का रवैया वो सकारात्मक नहीं रहा, वो कभी सनातन के पक्ष का नहीं रहा हैं. उनके साथ खड़े होने का नहीं रहा है. सेकुलरिज्म के नाम पर केवल हिंदू को पीछे करते जाओ, यही इनकी नीति रही है और यही अब दिख रही है. इसको उजागर ओर करना होगा, जन-जन तक पहुंचना होगा. सब लोगों को बताना होगा की सनातन का यह विरोध भारतीय संस्कृति का विरोध है और कांग्रेस की इस पर चुप्पी फिर सवाल खड़ा करती है.