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असम सीएम की पत्नी ने मनीष सिसोदिया के खिलाफ दर्ज कराया 100 करोड़ रुपये की मानहानि का केस

मनीष सिसोदिया ने 4 जून को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि कोविड महामारी के दौरान असम के स्वास्थ्य मंत्री रहे हिमंत बिस्वा सरमा ने पत्नी और बेटे के व्यापारिक साझेदारों की कंपनियों को पीपीई किट की आपूर्ति करने के लिए ठेके दिए थे.

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फाइल फोटो- मनीष सिसोदिया
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Zee News Desk|Updated: Jun 22, 2022, 09:41 AM IST

नई दिल्ली: असम के सीएम डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा की पत्नी रिंकी भुइयां सरमा ने दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज किया है. मंगलवार को रिंकी भुइयां सरमा ने मनीष सिसोदिया के खिलाफ सिविल जज कोर्ट (कामरूप मेट्रो) गुवाहाटी में 100 करोड़ रुपये का दीवानी मानहानि का मुकदमा दायर किया है. आज मामले में सुनवाई की संभावना है.

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मनीष सिसोदिया ने 4 जून को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि कोविड महामारी के दौरान असम के स्वास्थ्य मंत्री रहे हिमंत बिस्वा सरमा ने पत्नी और बेटे के व्यापारिक साझेदारों की कंपनियों को पीपीई किट की आपूर्ति करने के लिए ठेके दिए थे, लेकिन असम सरकार ने इन आरोपों से इनकार कर दिया था. साथ डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के खिलाफ आपराधिक मानहानि का मुकदमा दायर करने की चेतावनी दी थी. 

सरमा ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा था कि ऐसे समय में जब पूरा देश सबसे भीषण महामारी का सामना कर रहा था, असम के पास शायद ही कोई पीपीई किट हो, मेरी पत्नी ने आगे आकर और लोगों के जीवन बचाने के लिए सरकार को लगभग 1500 मुफ्त पीपीई किट दान की थीं. उन्होंने एक पैसा भी नहीं लिया था.

इसके बाद मनीष सिसोदिया ने ट्वीट किया- माननीय मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा जी! यह रहा आपकी पत्नी की जेसीबी इंडस्ट्रीज के नाम 990 रुपये प्रति किट के हिसाब से 5000 किट खरीदने का अनुबंध. बताइए क्या यह कागज झूठा है? क्या स्वास्थ्य मंत्री रहते अपनी पत्नी की कंपनी को बिना निविदा जारी किए खरीद का ऑर्डर देना भ्रष्टाचार नहीं है?’ सिसोदिया ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि असम सरकार ने अन्य कंपनियों से 600 रुपये प्रति किट के हिसाब से पीपीई किट खरीदी थी.

हिमंत बिस्वा सरमा की पत्नी सिसोदिया के आरोपों पर रिंकू भुइयां सरमा ने पहले सफाई जारी की थी. उन्होंने कहा था कि महामारी के पहले सप्ताह में असम के पास एक भी पीपीई किट नहीं थी. उसी को ध्यान में रखते हुए मैं एक व्यावसायिक परिचित के पास पहुंची और काफी प्रयास से लगभग 1500 पीपीई किट एनएचएम को पहुंचाई. बाद में मैंने इसे अपने सीएसआर के हिस्से के रूप में मानने के लिए एनएचएम को पत्र लिखा. इसके लिए मैंने एक पैसा भी नहीं लिया था.

मनीष सिसोदिया ने इससे पहले भी भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए थे. उन्होंने एक वेबसाइट की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि असम के मुख्यमंत्री सरमा ने कोरोना काल में भ्रष्टाचार किया है. मामला 2020 का है, जब वर्तमान सीएम राज्य में स्वास्थ्य मंत्री थे. उन्होंने कहा कि उस समय पीपीई किट खरीदने के ठेके उन्होंने बेटे के सहयोगियों और पत्नी को दिए थे. उन्होंने पूछा कि अब भाजपा बताए कि ऐसे सीएम के खिलाफ कार्रवाई कब करेगी?

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